आरे कॉलोनी में आतंक का पर्याय बन चुकी मादा तेंदुए को पकड़ा गया
एक बार फिर से मुंबई के आरे कॉलोनी (sarey colony) में एक तेंदुए का आतंक फैल गया है। बताया जाता है कि इस तेंदुए (leopard) ने अब तक सात लोगों पर हमला कर चुका है और उन्हें घायल कर दिया है। हालांकि राहत वाली बात है कि इस वयस्क मादा तेंदुए को अब पकड़ा जा चुका है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, जंगल विभाग के राउंड ऑफिसर नारायण माने ने बताया कि, आरे के जंगलों में अधिकारियों ने तेंदुए को फंसाने के लिए चार पिंजड़े रखे थे। और जब सुबह करीब साढ़े पांच बजे जब अधिकारियों द्वारा पिंजरे का निरीक्षण किया गया तो इन पिंजरों में से एक पिंजरे में यह तेंदुआ फंसा हुआ नजर आया।
रिपोर्टों के आधार पर, स्थानीय लोगों ने बताया कि यह जानवर अक्सर रात में ही बाहर निकलता था, और लोगों पर शिकार के चक्कर में हमला करता था। इसने अब तक शिकार के लिए 7 इंसानों को जख्मी कर चुका है।
अभी बुधवार को ही एक 55 वर्षीय महिला पर इस तेंदुए ने हमला कर दिया था, जिसका वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल भी हुआ था। इसके अलावा गुरुवार की रात में एक 19 साल के युवक पर भी इस जानवर ने हमला कर दिया था।
अधिकारी माने ने आगे कहा कि, तेंदुए को इलाज के लिए मुंबई के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (sanjay gandhi national park) में बचाव केंद्र ले जाया गया है।
अधिकारियों ने विस्तार से बताया कि लगभग 7.30 बजे तेंदुए को पार्क में लाया गया और उसके छोटे घावों का इलाज किया गया।
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक जी. मल्लिकार्जुन ने स्पष्ट किया कि, तेंदुए की पहचान कैमरा की तस्वीरीं और वीडियो फुटेज के माध्यम से की गई थी। यह पूछे जाने पर कि क्या इस जानवर को फिर सेे जंगल (jungle) में छोड़ा जाएगा, उन्होंने कहा कि निर्णय वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लिया जाएगा।
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है कि जब तेंदुए इसी तरह से इंसानों पर हमला करते हैं, आरे कॉलोनी में बढ़ते हुए इंसानी बस्तियों और अतिक्रमण से जानवर शिकार के चक्कर में अक्सर इंसानी बस्तियों में घुस आते हैं।