MS Dhoni को मेंटर बनाने के पीछे BCCI की क्या है सोच, Suresh Raina ने किया खुलासा

आइपीएल-2021 का दूसरा चरण रविवार से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शुरू हो रहा है। इसके बाद वहीं पर टी-20 विश्व कप होगा। टी-20 विश्व कप जीतने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने सभी आइसीसी ट्राफी जीतने वाले इकलौते भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को टीम इंडिया के मेंटर के रूप में चुना है। चेन्नई सुपर किंग्स में उनके साथ खेलने वाले सुरेश रैना का मानना है कि यह बीसीसीआइ का मास्टरस्ट्रोक है और विराट को आइसीसी ट्राफी जिताने में धौनी अहम भुमिका निभाएंगे। आगामी आइपीएल और विश्व कप को लेकर सुरेश रैना से अभिषेक त्रिपाठी ने कई मुद्दों पर खास बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश :

-आइपीएल के दूसरे चरण की तैयारी कैसी चल रही है और टीम में कैसा माहौल है?

-सबसे अच्छी बात है कि काफी जल्दी हम लोग यूएई आ गए और ट्रेनिंग के 15 से 16 सत्र हो चुके हैं। ड्वेन ब्रावो और इमरान ताहिर भी जल्दी टीम से जुड़ने वाले है। रविवार को हमें मुंबई इंडियंस से भिड़ना है। जिस तरह हमने पहले चरण में शुरुआत की थी, वैसी ही यहां पर भी करेंगे। दुबई में अब मौसम कुछ ठीक हो रहा है। अभी हम लोग अंक तालिका में भी दूसरे स्थान पर हैं। ऐसे में उम्मीद है कि हम यहां भी अपनी लय बरकरार रखेंगे।

-कोरोना महामारी के कारण पहले चरण के बाद हर एक फ्रेंचाइजी के कुछ महत्वपूर्ण खिलाड़ी दूसरे चरण में खेलने नहीं आए हैं। हालांकि आपकी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) टीम में लगभग सभी खिलाड़ी मौजूद हैं। तो ऐसे में टीम संयोजन के बारे में क्या कहने चाहेंगे?

-टीम संयोजन को लेकर ज्यादा चिंता नहीं हैं क्योंकि रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर एक-दो दिन में जुड़ेंगे और लुंगी नगिदी व जोश हेजलवुड भी आने वाले हैं। इसके अलावा जडेजा और शार्दुल भी अच्छी लय में नजर आ रहे हैं। शार्दुल को कपिल देव ने नया निक नेम लार्ड शार्दुल भी दिया है। इसके अलावा टीम में महेंद्र सिंह धौनी भाई, अंबाती रायुडू और खुद मैं, कुल मिलाकर काफी अच्छा टीम में दायें और बायें हाथ का मिश्रण हैं। हम यहां एक महीने पहले आ गए हैं और दुबई की गर्मी से तालमेल बैठा रहे हैं। इससे टीम का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है तो मुझे लग रहा है कि हमारी टीम काफी अच्छा करेगी।

– शार्दुल का निक नेम लार्ड शार्दुल, इसे कैसे देखते हैं?

-उसने काफी अच्छा किया है, टीम के साथ हमारी उससे बात हो रही थी। जब-जब जरूरत पड़ी शार्दुल ने टीम इंडिया के लिए अच्छा किया है। उससे पहले भुवनेश्वर कुमार ने भी काफी दिनों तक ऐसा ही रोल अदा किया है जबकि भुवनेश्वर से पहले इरफान पठान और अजित अगारकर ने भी टीम को कई अहम मौकों पर बल्लेबाजी करके मजबूत स्थिति में पहुंचाया है। शार्दुल ने अपनी बल्लेबाजी से इंग्लैंड दौरे पर जो दो टेस्ट मैच जिताए हैं, उनमें से एक शमी के साथ बल्लेबाजी करते हुए। उससे टीम में काफी अच्छा माहौल है। ऐसे में जब यह लोग आएंगे और उसके बाद हम अभ्यास मैच खेलेंगे तो हमें पता चलेगा कि कैसे क्या करना है।

-मुझे लगता है कि यूएई आपको बार-बार बुला रहा है, पिछले साल आप यहां आए थे और खेल नहीं सके थे मगर इस बार तो खेलना ही पड़ेगा?

जी बिल्कुल, टीम का माहौल काफी अच्छा है और हमारी टीम में बायें हाथ के खिलाड़ी सैम बिलिंग्स, मोईन अली, रवींद्र जडेजा और मैं खुद हूं, इसके बाद शीर्ष क्रम में रुतुराज गायकवाड़, फाफ डु प्लेसिस और अंबाती रायुडू भी हैं। तो मेरे विचार से टीम काफी मजबूत नजर आ रही है। दुबई में विकेट स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार होंगे। ऐसे में हमारी कोशिश रहेगी की मध्य क्रम में शानदार बल्लेबाजी करके अपने हाथ में विकेट बचाकर रखे। जिससे अंत में बड़े-बड़े शाट लगाकर एक अच्छा स्कोर खड़ा कर सकते हैं।

-ऐसा कहा जाता है कि धौनी को स्पिनर काफी रास आते हैं और वह स्पिनरों को काफी सलाह भी देते रहते हैं। ऐसे में दुबई के विकेट पर उनकी कप्तानी से कितना असर पड़ेगा?

-जी हां, यहां का विकेट भी वैसा ही है लेकिन अभी इतना कुछ कह नहीं सकते हैं क्योंकि हम आइसीसी अकादमी के मैदानों में अभ्यास कर रहे हैं। जब मैच होंगे तब पता चलेगा कि विकेट कैसा रहता है। देखना पड़ेगा कि पावरप्ले के दौरान कैसा विकेट रहेगा और उसके बाद कैसा काम करेगा। इसके अलावा इस बार प्रशंसक रहेंगे, उसका जोश देखते ही बनेगा। मैं भी काफी उत्साहित हूं। इसके अलावा बीसीसीआइ सचिव और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मिलकर काफी मेहनत की है। खिलाडि़यों को बायो बबल (कोरोना के लिए बनाया गया सुरक्षित माहौल) से बबल लेकर आना आसान नहीं होता है। इस तरह कुल मिलाकर देखें तो टी-20 विश्व कप से पहले आइपीएल भारतीय टीम की तैयारियों के लिए काफी मजबूत आधार प्रदान करेगा।

-परिवार के साथ आइपीएल के लिए यहां आने से कितना फायदेमंद है और एक चिंता जो रहती है दिमाग में परिवार को लेकर उससे निजात मिल जाती है। इसे कैसे देखते हैं?

-सभी के परिवार यहां पर आए हुए हैं और जाहिर सी बात है जब आपके साथ परिवार होता है तो आप मैच के बाद खुद को अकेला भी नहीं पाते हो। उससे क्या होता है दिमागी तौर पर काफी मजबूती प्रदान होती है। धौनी, रायुडू और राबिन उथप्पा सहित लगभग हर किसी का परिवार यहां पर है। बच्चों की आनलाइन पढ़ाई भी चल रही है, इसके अलावा सीएसके फे्रंचाइजी को शुक्रिया भी कहना चाहूंगा कि बच्चों के लिए अलग से खेल परिसर की व्यवस्था की गई है। सब एक परिवार की तरह रहते हैं और काफी अच्छा माहौल है। इससे मैदान में खिलाडि़यों के प्रदर्शन पर भी काफी असर पड़ता है।

-रैना हमने देखा कि आप ट्रेनिंग के दौरान कभी नौकाचालन तो कभी तीर चलाने का अभ्यास करते नजर आते हैं। इससे होने वाले फायदे के बारे में क्या कहेंगे?

-यह सब ट्रेनिंग का एक हिस्सा है तो हम इन सब चीजों के जरिये अभ्यास करते रहते हैं। जब भी छुट्टी का दिन होता है तो ओलिंपिक खेलों पर हाथ आजमाते हैं और इससे टीम के साथ तालमेल और बेहतर होता है। इन सबके अलावा मैदान में बल्लेबाज को रनआउट करने के लिए तकनीक की जरूरत होती है। जिस पर भी काम करते रहते हैं। हमारी टीम में कोच स्टीफन फ्लेमिंग भी है जो बैठक के दौरान कई चीजों को हमसे साझा करते हैं। जिससे हमें फायदा मिलता है। 19 तारीख को हमारा मैच मुंबई के साथ दुबई में हैं तो हम उम्मीद करते हैं जीत के साथ आगाज करेंगे।

-धौनी को टी-20 विश्व कप का मेंटर बनाया गया है। ऐसे में धौनी के इस रोल को कैसे देखते हैं। इससे धौनी को कितना फायदा होगा?

-बीसीसीआइ ने बहुत ही अच्छा निर्णय लिया है। वह विराट और रोहित के साथ टीम के मेंटर रहेंगे जिससे टीम को काफी फायदा होगा। धौनी ने आइसीसी की तीनों ट्राफी जीती हैं। उनके पास कई आइपीएल ट्राफी हैं। ऐसे में मेरा मानना है कि धौनी को पता है कि कैसे आइसीसी ट्राफी जीतनी है, जिसका फायदा विराट को मिल सकता है और यह टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ी बात है। टीम में काफी नए खिलाड़ी भी हैं। पांच स्पिन गेंदबाज हैं तो उन्हें भी प्रेरित रखने के लिए धौनी का अहम रोल रहेगा। इसके अलावा जब भी विपरीत स्थिति आएगी तो जरूर धौनी अपनी बातों से टीम के मनोबल को टूटने नहीं देंगे और सभी को एक साथ लेकर चलेंगे। धौनी पहले से ही यहां पर आइपीएल में खेल रहे हैं तो उन्हें पता है कि कैसे कौन सा विकेट काम करेगा और कौन सा खिलाड़ी टीम को क्या योगदान दे सकता है। वह हर चीज में टीम इंडिया के लिए फिट बैठते हैं। मेरे ख्याल से यह एक मास्टरस्ट्रोक निर्णय लिया गया है।

-रैना आपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है तो अब खुद के क्रिकेट भविष्य को किस तरह देखते हैं और आगे क्या करना है?

-मेरी फिटनेस काफी अच्छी है और अभी भी तरोताजा महसूस कर रहा हूं। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की कप्तानी भी करूंगा और राजीव शुक्ला (यूपसीए के पूर्व सचिव) से बातचीत भी चल रही है। आइपीएल में दो नई टीमें आनी हैं। उम्मीद करता हूं कि आइपीएल की एक नई टीम उत्तर प्रदेश से आए। इसके अलावा कोरोना महामारी पर भी काफी कुछ निर्भर करता है कि उस समय कैसा माहौल रहता है। बाकी उत्तर प्रदेश की टीम को अगर मेरी जरूरत पड़ेगी तो मैं जरूर खेलने के लिए तैयार हूं। मैं और कुलदीप खेलेंगे, जबकि भुवनेश्वर विश्व कप के लिए टीम इंडिया के साथ होगा। उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मेरा अभी दो से तीन साल तक पूरा ध्यान सीएसके पर ही है।

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