ट्रैक पर पानी, बस फाइलों में दौड़ रही गाड़ी- बिना टेस्ट के जारी किए जा रहे परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस
आइटीआइ (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) चरगांवा परिसर स्थित नवनिर्मित पूर्वांचल के पहले चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) में भी परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट पर पानी फिर गया है। सिविल लाइंस स्थित आरटीओ दफ्तर में जगह नहीं थी। लेकिन डीटीआइ में तो अति आधुनिक ट्रैक है। इसके बाद भी टेस्ट नहीं लिए जा रहे। परिवहन विभाग रोजाना लगभग 100 अभ्यर्थियों को बिना टेस्ट लिए दक्ष चालक बना रहा है।
बिना टेस्ट के ही रोजाना फाइलों में ही पास हो जा रहे 80 से 100 अभ्यर्थी
बुधवार को दोपहर डेढ़ बजे के आसपास डीटीआइ भवन में बाबुओं के टेबल और काउंटरों पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी थी। लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले अभ्यर्थी अपने नंबर का इंतजार कर रहे थे। लर्निंग ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस के अभ्यर्थी कंप्यूटर पर टेस्ट दे रहे थे। लेकिन परमानेंट के अभ्यर्थी फाइल पर हस्ताक्षर व बायोमीट्रिक के बाद निश्चित होकर वापस लौट जा रहे थे। ट्रैक पर वाहन चलवाकर देखने की खानापूरी भी नहीं हो रही थी। मौके पर मौजूद संभागीय परिवहन अधिकारी अनीता सिंह ने बताया कि दो बजे से एक ही साथ सभी अभ्यर्थियों का टेस्ट लिया जाता है।अपराह्न तीन बज गए लेकिन एक भी अभ्यर्थी का टेस्ट नहीं लिया गया। सब एक-एक कर परमानेंट लाइसेंस के घर पहुंचने के इंतजार में वापस हो लिए। जबकि, ट्रेक पर टेस्ट अनिवार्य है। इसीलिए लाइसेंस से संबंधित समस्त कार्य को डीटीआइ में शिफ्ट किया गया है। इसके बाद भी प्रतिदिन 80 से 100 अभ्यर्थी फाइलों में ही पास हो जाते हैं। उनके पते पर स्मार्ट कार्ड भी पहुंच जाता है। जानकारों के अनुसार टेस्ट में ही खेल है। लाइसेंस विभाग चाहें जहां भी शिफ्ट हो जाए लेकिन व्यवस्था जस की तस रहेगी। अभ्यर्थी टेस्ट देना नहीं चाहते और विभाग टेस्ट लेना नहीं चाहता। ऐसे में सरकार मंशा फेल है।
ट्रैक के चारो तरफ भरा पानी, बढ़ी दुर्घटना की आशंका
चालकों के प्रशिक्षण और ड्राइविंग लाइसेंस के परीक्षण के लिए डीटीआइ में अति आधुनिक ट्रैक तो बन गया है लेकिन देखरेख के अभाव व पानी की निकासी नहीं होने से बदहाल है। ट्रैक के चारो तरफ पानी भर गया है। कुछ जगहों पर तो ट्रैक पर ही पानी चढ़ गया है। गंदगी फैलने के साथ दुर्घटना की आशंका भी बढ़ गई है। लाइसेंस बनवाने वाले अभ्यर्थी भले ही ट्रैक पर वाहन नहीं चला रहे लेकिन आसपास के युवा ट्रैक पर अपने आप को फिट जरूर बना रहे हैं।