दही हांडी के लिए राज्य सरकार ने नही दी इजाजत
राज्य सरकार ने मुंबई समेत राज्य में दहीहांडी (Dahihandi) के आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और दहीहंडी समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया। कोरोना के चलते पिछले साल मुंबई और ठाणे समेत पूरे राज्य से दहीहांडी टीमों ने त्योहार नहीं मनाया था। इस साल, कम संख्या में उत्सवों की अनुमति देने की मांग की गई थी। समन्वय समिति ने मांग की कि प्रशासन को मौके पर ही मटका फोड़ने की अनुमति दी जाए। समन्वय समिति ने सरकार को यह भी बताया कि वह सभी गोविंदाओं को टीके की दो खुराक उपलब्ध कराएगी और सुरक्षित दहीहांडी उत्सव के लिए जिम्मेदार होगी।
सरकार ने स्पष्ट किया कि टास्क फोर्स ने कहा था कि दहीहांडी मनाने से कोरोना का प्रभाव काफी बढ़ सकता है। समन्वय समिति ने सुझाव दिया कि विश्व स्तर पर त्योहार की आलोचना की जानी चाहिए।
समिति ने गणेशोत्सव जैसे नियम बनाने की भी मांग की। हालांकि, बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने समन्वय समिति के सदस्यों को समझाया कि वे अनुमति क्यों नहीं दे सकते।
एक बार अनुमति मिलने और प्रभाव बढ़ने के बाद, त्योहार और संस्कृति को नुकसान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चाहें तो भी ऐसा नहीं करने देंगे। हम गोविंदा दस्ते पर कैसे नजर रखेंगे। मुख्यमंत्री ने व्यवस्था पर तनाव को देखते हुए सकारात्मक अपील की है। समन्वय समिति ने कहा, “हम दहीहांडी का आयोजन नहीं करेंगे क्योंकि इसकी कोई अनुमति नहीं है।”