चार हफ्ते बाद से किशोरों के लिए मिलनी शुरू हो सकती है जायडस कैडिला की ZyCoV-D वैक्सीन

देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक ताजा चेतावनी जारी की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से अक्टूबर में कोरोना की नई लहर के पीक पर होने की आशंका जताई गई है। इस बीच जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप ने उम्‍मीद जताई है कि चार हफ्ते बाद से किशोरों के लिए ZyCoV-D वैक्सीन उपलब्‍ध हो सकती है। उन्‍होंने कहा कि हमें बताया गया है कि बच्‍चों के टीकाकरण के लिए इस वैक्‍सीन के आने में लगभग चार हफ्ते का समय लगने वाला है।

हाल ही में दवा कंपनी जायडस कैडिला ने कहा था कि उसे सितंबर के मध्य से अंत तक अपनी कोविड-19 रोधी वैक्‍सीन जायकोव-डी की आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी जल्‍द इसकी कीमतों का एलान भी कर देगी। मालूम हो कि जायडस कैडिला की स्वदेशी सूई रहित इस वैक्‍सीन को औषधि महानियंत्रक ने शुक्रवार को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। बड़ी बात यह कि इस वैक्‍सीन से 12 से 18 साल के किशोरों का टीकाकरण किया जा सकता है।ऐसे में जब देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) की ओर से चेतावनी जारी की गई है। यह वैक्‍सीन कोरोना के खिलाफ एक बड़ा हथियार बन सकती है। डॉ स्वरूप ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत बायोटेक को पहले ही एक वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मिल चुकी है जो पांच साल और उससे अधिक उम्र के छोटे बच्चों के लिए है। इसी तरह बायोलॉजिकल-ई भी अपने तीसरे चरण ट्रायल में है। मौजूदा वक्‍त में बच्‍चों के लिए वैक्‍सीन पर कई डेवलपर काम कर रहे हैं।डॉ. रेणु स्वरूप ने बताया कि हमें बताया गया है कि बच्‍चों के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए ZyCoV-D की वैक्‍सीन के आने में लगभग चार हफ्ते का समय लगने वाला है। उन्‍होंने बताया कि बच्चों की किस श्रेणी के लिए टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा इसका निर्धारण एनटीएजीआई द्वारा निर्देशित किया जाएगा। चूंकि यह एक नई तकनीक के साथ शुरुआत होने जा रही है ऐसे में कुछ समय लग सकता है। वहीं जायडस कैडिला का कहना है कि अक्टूबर के अंत तक वैक्सीन की एक करोड़ डोज उपलब्‍ध होगी। यही नहीं जनवरी 2022 के अंत तक कुल पांच करोड़ डोज की आपूर्ति किए जाने की संभावना है।

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