उस विदेशी स्कूल में रिक्शा चालक के बेटे को मिला दाखिला, जहां कोई भारतीय पहुंच नहीं पाया था
नई दिल्ली, कहते हैं कि किसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए शिद्दत से मेहनत की जाए तो उसे पूरा करने में कायनात भी आपकी मदद करने लगती है। चार साल पहले कमल ने यह सोचा भी नहीं था कि एक दिन उन्हें दुनिया के उस स्कूल में दाखिला मिलेगा, जहां आज तक कोई भारतीय नहीं पहुंच पाया है। कमल को इंग्लिश नेशनल बैले स्कूल लंदन में दाखिला मिला है। यहां पर उन्हें एक साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसको पूरा कर वह प्रोफेशनल बैले डांसर बन जाएंगे। बता दें कि इस डांस स्कूल में आजतक कोई भारतीय बैले डांस सीखने नहीं पहुंच पाया है। कमल के पिता ई-रिक्शा चालक हैं। इसके अलावा, वह और उनके पिता मिलकर चारपाई और पलंग बनाने का काम करते हैं। कीटो डॉट ओआरजी के माध्यम से कमल इंग्लिश बैले स्कूल-लंदन जाने का फंड जुटा रहे हैं। अब तक वह सोलह लाख रुपये से अधिक का फंड जुटा चुके हैं।
कमल बताते हैं कि चार साल पहले मैंने एक फिल्म एनीबडी केन डांस देखी थी, जिसमें मैंने फर्नांडो गुलेरियो को डांस सिखाते हुए और कोरियोग्राफ करते हुए देखा। मुझे ये फॉर्म काफी अलग लगा, क्योंकि मैंने भांगड़ा और हिपहॉप देखा था, पर मुझे बैले डांस ने काफी प्रभावित किया। मैंने इस डांस के बारे में गूगल में सर्च किया और फर्नांडो गुलेरियो के बारे में पूरी जानकारी जुटाई। मुझे जानकारी मिली कि फ्री ट्रायल क्लास चल रही है। क्लास खत्म होने के बाद गुलेरियो मेरे डांस से काफी प्रभावित हुए। गुलेरिया के अनुसार, पहले ही दिन मैं समझ गया था कि कमल में कुछ स्पेशल फैक्टर है। उसने अपनी स्किल से मुझे चौंका दिया। मैं उसकी परफॉर्मेंस से जान गया था कि वह बेहतरीन प्रोफेशनल डांसर बनेगा।
स्कॉलरशिप से पढ़ाई
कमल ने बताया कि मेरे पिता ई-रिक्शा चालक हैं। मैंने फर्नांडो गुलेरियो को बताया कि मैं फीस देने में आगे सक्षम नहीं हूं। उन्होंने मुझे स्कॉलरिशप देने की बात कही। उन्होंने मुझे कहा कि तुम इंटरनेशनल डांसर बन सकते हो। फर्नांडो ने मेरे पिता जी से मिलने की इच्छा जताई। उन्होंने मेरे पिताजी को सारी जानकारी दी। मेरे पिता जी ने कहा कि मेरा बेटा 12वीं क्लास पास कर ले, इसके बाद वह अपने पैशन को पूरा करने के लिए स्वतंत्र है।
रूस और लंदन से भी मिली स्कॉलरशिप और तारीफ
2019 में बैले डांस के लिए रूस के वागानोवा बैले एकेडमी में दाखिले के लिए वीडियो भेजा। वहां मेरा चयन हुआ। एक माह की मैंने वहां ट्रेनिंग ली। वहां की मुख्य परफॉर्मेंस में मुझे सबसे अहम किरदार दिया गया। उन्होंने मुझे फिर समर स्कॉलरशिप दी। कोरोना की वजह से मैं वहां जा नहीं पाया।
इंग्लिश बैले स्कूल में चयन
उसके बाद मैंने विभिन्न जगहों पर वीडियो भेजे। इंग्लिश नेशनल बैले स्कूल लंदन से बुलावा आया कि स्कूल के निदेशक विवियाने दुरांते ने आपकी वीडियो को चुना है। वहां से बताया गया कि आप दुनिया के शीर्ष दस लोगों में चुने गए हैं। वह 19 सितंबर को लंदन जा रहे हैं।