घर से निकलना है तो वाहनों पर लगाने होंगे रंगीन स्टीकर: मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले
जानें किस काम के लिए होगा कौन सा रंग
मुंबई: मुंबईकरों अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो कलर कोड का ध्यान रखें. क्योंकि यह तो आपको मालूम ही है कि पूरे महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा हुआ है. ऐसे में सिर्फ अति आवश्यक सेवाओं से जुड़ी गाड़ियों को ही रास्तों पर चलने की अनुमति दी गई है. लेकिन आवश्यक सेवाओं की गाड़ियों के नाम पर अनेक गाड़ियां रास्तों पर चलती हुई दिखाई दे रही हैं. ऐसे में मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने एक अहम फैसला किया है. मुंबई में अब आवश्यक सेवाओं से जुड़ी गाड़ियों को कलर कोड दिया गया है. इस नियम का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया और उस वीडियो में उन्होंने इस कलर कोड के रविवार से लागू होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा, “राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए नियमों के मुताबिक हम लॉकडाउन का कड़ाई से अमल कर रहे हैं. महत्वपूर्ण चेक नाकों, टोल नाकों पर ट्रैफिक जाम की समस्या सामने आ रही है. इससे डॉक्टर, नर्सेस, एंबुलेंस जैसे आवश्यक सेवाओं में परेशानियां पैदा हो रही हैं. इसलिए हम अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के लिए कलर कोड शुरू कर रहे हैं. “
अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को अलग-अलग रंग के स्टिकर्स अपनी गाड़ियों में चिपकाने पड़ेंगे. ये स्टिकर्स आपको अलग-अलग चेक नाकों में, सिग्नल्स में और जहां-जहां ट्रैफिक पुलिस या पुलिस की तैनाती होगी वहां मिल सकेंगे. लेकिन यह आप स्वयं भी लगा सकते हैं. करना सिर्फ इतना है कि आपको आपके लिए तय रंग के कलर के कागज या स्टिकर को छह इंच के गोल सर्कल में काट कर अपनी गाड़ी के आगे या पीछे चिपकाना है.
तीन तरह के आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए तीन तरह के कलर कोड निश्चित किए गए हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के लिए लाल रंग के स्टिकर्स होंगे. सब्जी-भाजी, दूध, किराने के सामान से जुड़ी सेवाओं के लिए हरे रंग के स्टिकर्स निश्चित किए गए हैं. इनके अलावा अन्य आवश्यक सेवाओं जैसे- बैंकिंग, मीडिया, बीएमसी कर्मचारियों के लिए पीले रंग के स्टिकर्स निश्चित किए गए हैं. मुंबई पुलिस द्वारा जल्दी ही नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी. सीआरपीसी 144 के अंतर्गत नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी तो और भी बातें क्लियर हो जाएंगी.
फिलहाल सड़कों पर अनेक तरह के लोग प्रेस या डॉक्टर या पुलिस अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े फर्जी प्रतीक चिन्ह लगा कर सड़कों पर निकल रहे हैं. ऐसे लोग वाकई में उन सेवाओं से जुड़े हैं कि नहीं इसकी जांच की जाएगी. अगर कोई गलत तरीके से ऐसे नामों और पहचान चिन्हों का उपयोग करके फायदा उठा रहा है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.