बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने लगाया बड़ा आरोप
मुंबई : भांडुप के ड्रीम्स मॉल में लगी आग के चलते तीसरे फ्लोर पर बने सनराइज अस्पताल में 10 मरीजों की मौत हो गई। इस मामले में बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने गंभीर आरोप लगाया है। सोमैया ने कहा कि यह मॉल एचडीआईएल (HDIL) के राकेश वाधवान ने बनवाया है। यह अस्पताल भी उन्होंने अपनी बेटी के लिए बनवाया था। यह पूरा मॉल पीएमसी बैंक घोटाले के पैसों से बनवाया गया है। सोमैया ने अस्पताल और जगह के मालिक के खिलाफ फौजदारी का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में ना तो कोई फायर प्रोटक्शन सिस्टम था और ना ही कोई इमरजेंसी एग्जिट सिस्टम। दम घुटने की वजह से 10 लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई है। सोमैया ने इस पूरे मामले की जांच के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन को खत भी लिखा है। सोमैया ने कहा कि इस अस्पताल को पहले ओसी नहीं दी गई थी। पिछले साल कोरोना महामारी के नाम पर इस अस्पताल को बीएमसी ने अवैध रूप से ओसी देने का काम किया था।
मुंबई के भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल में बीती रात लगी आग के बाद मॉल की तीसरी मंजिल पर मौजूद सनराइज अस्पताल भी चपेट में आ गया था। जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती 78 मरीजों में से 10 लोगों की मौत हो गई है। मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नागराले ने बताया कि इस मामले में मॉल और अस्पताल दोनों के खिलाफ जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
इस मामले में अस्पताल प्रशासन की तरफ से भी बयान जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि ड्रीम्स मॉल के पहले फ्लोर पर आग लगी थी। जिसका धुआं सनराइज अस्पताल तक भी पहुंचा था। जिसके बाद तुरंत ही अस्पताल में अलार्म सिस्टम बजने लगा और सभी भर्ती मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। अस्पताल ने बताया कि आग की वजह से कोई मौत नहीं हुई है। दो मरीजों की कोविड के चलते मौत हुई थी। उनके शव को भी बाहर निकाल लिया गया है। सभी मरीजों को जंबो कोविड सेंटर और अन्य अस्पतालों में भर्ती किया गया है। फायर फाइटिंग के सभी उपकरण काम कर रहे थे।
बीएमसी के मुताबिक भांडुप के ड्रीम्स मॉल का फायर फाइटिंग सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था। बीएमसी को इस बात की जानकारी तब हुई जब उसने मॉल का सर्वे किया था। बीएमसी के सर्वे में यह मॉल 29 वें नंबर पर आया था। बीएमसी ने मुंबई शहर के ऐसे 29 मॉल को नोटिस भी भेजा था और फायर फाइटिंग सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए कहा था। आपको बता दें कि पिछले साल 22 अक्टूबर को मुंबई सेंट्रल के सिटी सेंटर मॉल में आग लगी थी। जिसे बुझाने में तकरीबन 4 दिन लग गए थे। इसी आग के बाद पूरे शहर के मॉल का सर्वे किया गया था मुंबई के भांडुप में सनराइज अस्पताल में देर रात आग लगने से अफरातफरी मच गई। घटना में दो लोगों के मरने की खबर है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। खास बात है कि यह अस्पताल ड्रीम्ज मॉल में तीसरी मंजिल पर स्थित है। अस्पताल में आग करीब 12.30 बजे रात को लगी। घटना की जानकारी के बाद फायर ब्रिगेड की 23 गाड़ियां मौके पर आग बुझाने के लिए पहुंची।
सनराइज अस्पताल में राहत और बचाव कार्य जारी है। अस्पताल से 70 से अधिक पेशेंट्स को निकालकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। इनमें कोरोना के पेशेंट्स भी शामिल हैं। यह मॉल भांडुप में एलबीएस मार्ग पर स्थित है। मौके पर पहुंची मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि मैंने पहली बार मॉल में अस्पताल देखा है। इस मामले में एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोविड पेशेंट्स समेत अन्य 70 पेशेंट्स को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। डीसीपी प्रशांत कदम ने बताया कि लगभग 22 फायर टेंडर आग की लपटों को बुझाने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। अस्पताल में 78 पेशेंट्स एडमिट थे। इनमें से 73 कोरोना पेशेंट्स और 3 सामान्य रोगी हैं। 73 पेशेंट्स में 30 को मुलुंड के जंबो सेंटर में शिफ्ट किया गया है। वहीं, तीन लोगों को फोर्टिस अस्पताल में एडमिट कराया गया है। बाकी अन्य का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।