26 जनवरी को लाल किला कांड का ‘गुनहगार’ दीप सिद्धू अरेस्ट
नई दिल्ली : 26 जनवरी को लाल किले में हुए उपद्रव का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू पकड़ा गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वह किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले के प्राचीर में झंडा फहराने का आरोपी है। घटना के बाद से ही दीप सिद्धू फरार चल रहा था। सिद्धू पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था। फरार होने के बावजूद सिद्धू फेसबुक के जरिए लगातार वीडियो मेसेज जारी कर रहा था। दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों दावा किया था कि वह अपनी एक करीबी मित्र के जरिए सोशल मीडिया पर वीडियो डाल रहा था।
पंजाबी फिल्मों के एक्टर दीप सिद्धू को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की टीमें पंजाब में कई जगह दबिश दे रही थीं। वह अपने फेसबुक पर वीडियोज अपलोड कर रहा था जिसमें पंजाबी में बात करते हुए खुद को निर्दोष बताता था। एक वीडियो में उसने कहा था कि “अपनी पूरी जिंदगी पीछे छोड़ आने के बावजूद मैं पंजाबियों का उनके विरोध में साथ देने के लिए आया। किसी ने कुछ भी नहीं देखा, लेकिन मुझे गद्दार बना दिया गया।” पंजाब के मुक्तसर जिले में 1984 में जन्मे सिद्धू तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन से जुड़े हैं। उनकी पहली पंजाबी फिल्म ‘रमता जोगी’ 2015 में रिलीज हुई थी। 2018 में उनकी दूसरी फिल्म ‘जोरा दास नंबरिया’ हिट रही थी।
पिछले हफ्ते पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी। पुलिस ने जजबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह के बारे में सूचना देने वालों के लिए 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस ने सुखदेव सिंह को दो दिन पहले चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद, गणतंत्र दिवस की हिंसा में गिरफ्तारी की कुल संख्या अब 127 तक पहुंच गई है। इससे पहले दिल्ली हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने हरप्रीत सिंह (32), हरजीत सिंह (48) और धर्मेद्र सिंह (55) के रूप में पहचाने गए तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल रिकॉर्डिग के आधार पर पुलिस अब हिंसा में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगा रही है।