मीरा-भायंदर शहर में जानलेवा साबित हो रहीं कचरा ढोने वाली गाड़ियां, एक ही दिन में ५ बाइक सवारों का एक्सीडेंट

मीरा-भायंदर : मीरा-भायंदर शहर में कचरा ढोनेवाली गाड़ियां जानलेवा साबित हो रही हैं। बंद गाड़ियों में कचरा ढोना अनिवार्य होते हुए भी कई कचरा गाड़ी खुली हुई हैं। कचरा जमा कर डोंगरी स्थित घनकचरा प्रकल्प (डंपिंग ग्राउंड) में प्रक्रिया के लिए ले जाते समय इन गाड़ियों से अक्सर कचरा सड़कों पर गिर जाता है। इसी प्रकार की एक घटना में गुरुवार की सुबह उत्तन रोड पर कचरा ढोनेवाली गाड़ी से बेसन व तेल मिश्रित गिरे कचरे की चपेट में आकर ५ मोटरसाइकिल सवार दुर्घटना का शिकार हो गए, जिसमें गोराई पुलिस स्टेशन में कार्यरत एक पुलिस कांस्टेबल का भी समावेश है जबकि एक एक्टिवा सवार को सिर में गंभीर चोटें आई हैं।
स्थानीय नागरिकों से मिली सूचना पर समाजसेवी अजित बगाजी ने इसकी जानकारी उत्तन के अग्निशमन विभाग को दी, जिसके बाद अग्निशमन कर्मचारी रविदास पाटील की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सड़क पर गिरे कचरे को साफ किया और तेल मिश्रित पानी पर मिट्टी डालकर उसे भी साफ किया। बता दें कि यहां की अधिकांश गाड़ियां पुरानी हो चुकी हैं। इनके पास फिटनेस सर्टिफिकेट भी उपलब्ध नहीं है। इससे शहर के नागरिकों की जान से खिलवाड़ किए जाने का आरोप युवासेना के पवन घरत ने लगाया है।
​बता दें कि इसकी शिकायत कई बार मनपा प्रशासन से की गई है लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। स्वास्थ्य विभाग को इस पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। आखिर कब तक नागरिकों की जान से खिलवाड़ किया जाता रहेगा। क्या मनपा प्रशासन दुर्घटना में घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च वहन करेगी?

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