मेट्रो-३ के कार्यों को मनपा द्वारा स्टॉप वर्क का नोटिस जारी…

मुंबई : मुंबई में प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन सहित अन्य प्रकार के रोग से मुंबईकर ग्रसित हो रहे हैं। शहर में निर्माण कार्य से होनेवाले प्रदूषण से अधिक माहौल खराब हो रहा है। ऐसे ही निर्माण क्षेत्र जे. कुमार इंप्रâाप्रोजेक्ट्स, जो मेट्रो-३ के कार्यों को देख रहा है। उसे गत बुधवार को बीकेसी में प्रमुख रूप से वायु प्रदूषण नियंत्रण के नियमों का पालन नहीं करने के लिए मनपा द्वारा स्टॉप वर्क का नोटिस जारी किया गया है।
इसी तरह की कार्रवाई बीकेसी, बांद्रा-पूर्व और सांताक्रूज-पूर्व में ४० निजी निर्माण स्थलों के खिलाफ भी की गई है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने भी एचसीसी, एलएंटी और नागार्जुन जैसी विभिन्न निर्माण कंपनियों के १४ तैयार मिश्रित कंक्रीट (आरएमसी) संयंत्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

इन बड़ी कंपनियों द्वारा शहर के कई बड़े प्रोजेक्टों पर काम किए जा रहे हैं। कोस्टल रोड, मेट्रो कॉरिडोर और मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) को भी इसी तरह के उल्लंघन के लिए दोषी ठहराया गया है। जे. कुमार इंप्रâाप्रोजेक्ट्स कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज लाइन का निर्माण कर रहा है, जिसका मिड सेक्शन टर्मिनल स्टेशन बीकेसी में आईटीओ जंक्शन के पास बनेगा। एक अधिकारी ने कहा कि साइट पर बैरिकेडिंग नहीं की गई थी, तिरपाल, हरे कपड़े, जूट की चादर से ढका नहीं गया था। इसके अलावा श्रमिकों को मास्क भी नहीं दिए गए थे।
बीकेसी में बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बना है, क्योंकि यहां बुलेट ट्रेन टर्मिनस का निर्माण भी चल रहा है। एच-ईस्ट वॉर्ड के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने बुलेट ट्रेन अधिकारियों के साथ भी बैठकें की हैं और उन्हें पॉल्यूशन के उपायों के बारे में बताया है। एमपीसीबी द्वारा जिन आरएमसी को नोटिस जारी किया गया था, वे एचसीसी, नागार्जुन, एलएंटी, आईटीडी सीमेंटेशन, एपको, एनसीसी और अहलूवालिया जैसी प्रमुख इंप्रâा कंपनियों और उनके भागीदारों से संबंधित हैं। इन कंपनियों को सड़क, मेट्रो और एमटीएचएल परियोजनाओं के लिए बीएमसी और एमएमआरडीए जैसी एजेंसियों द्वारा डेवलपर्स के रूप में नियुक्त किया गया है।

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