ड्रग्स माफिया ललित पाटील की गिरफ्तारी…
मुंबई : ड्रग्स माफिया ललित पाटील की गिरफ्तारी से राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुणे के ससून अस्पताल से फरार हुए इस आरोपी को मुंबई की साकीनाका पुलिस ने मंगलवार रात चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया। सूरत से कर्नाटक होते हुए वह बंगलुरु पहुंचा था, वहां से श्रीलंका भागने की तैयारी थी, उससे पहले उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार सुबह पाटील को अंधेरी कोर्ट में पेश किया गया तो उसने मीडिया के सामने कहा कि वह भागा नहीं था, बल्कि भगाया गया था।
उसने नार्को टेस्ट कराने की बात भी कही। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उपनेता सुषमा अंधारे ने पाटील के अस्पताल से भाग जाने के बाद शिंदे गुट के कैबिनेट मंत्री दादा भुसे और शंभुराजे देसाई को कटघरे में खड़ा करते हुए इनके नार्को टेस्ट करने की मांग की है।
ड्रग माफिया ललित पाटील को अदालत ने सोमवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में १४ आरोपी गिरफ्तार थे। १५वें आरोपी ललित पाटील को कल गिरफ्तार किया गया है। संयुक्त आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी ने बताया कि साकीनाका पुलिस को अगस्त में १० ग्राम एमडी मिली थी, इसकी जांच करते हुए नासिक और पुणे में छापेमारी की गई। इन छापों में ३०० करोड़ रुपए की १५० किलो एमडी मिली। इन मामलों में शामिल १५ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ड्रग्स माफिया ललित पाटील को २०२० में पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए करोड़ों रुपए के मेफेड्रोन रैकेट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह २०२० से न्यायिक हिरासत में था। जून २०२१ में हर्निया और तपेदिक के इलाज के लिए उसे पुणे के ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से वह २ अक्टूबर को भाग गया था। इसके बाद से पुलिस की भूमिका के साथ-साथ शिंदे गुट के मंत्रियों पर सवाल उठ रहे थे।
बुधवार को अंधेरी कोर्ट में पेशी के दौरान ललित पाटील ने पत्रकारों के सामने कहा कि मैं अस्पताल से भागा नहीं, भगाया गया था। मेरा अपहरण हुआ है, इसमें किसका हाथ है, इसके बारे में मैं सब कुछ बताऊंगा। इस बारे में पूछे जाने पर मुंबई पुलिस ने बताया कि ललित पाटील ने जो कहा, उसकी पुणे पुलिस जांच करेगी।
साकीनाका पुलिस ने ड्रग्स मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उस आरोपी के नए नंबर से ललित पाटील को कॉल किया, वहीं वह फंस गया। इसके बाद साकीनाका पुलिस ने बेहद गोपनीयता बरतते हुए ललित पाटील की तलाश के लिए तीन टीमें बनार्इं। इस बीच ललित पाटील और हिरासत में लिए गए आरोपियों के बीच रोजाना बातचीत होती थी, जिससे पुलिस को ललित पाटील की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल रही थी।
वह पुणे, नासिक, इंदौर से सूरत गया। इसके बाद वह नासिक, धुले, संभाजीनगर होते हुए फिर कर्नाटक में दाखिल हुआ। इस दौरान ललित गिरफ्तार आरोपियों के संपर्क में था। आखिरकार, जब वह एक होटल में रुका तो साकीनाका पुलिस ने जाल बिछाकर उसे दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया।