एकनाथ शिंदे का गढ़… कल्याण से बेटा श्रीकांत सांसद लेकिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले के इस बयान ने दी टेंशन
मुंबई: बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि अभी तक किसी ने भी ठाणे और कल्याण सीट की मांग नहीं की है। ये दोनों सीटें किसके खाते में जाएंगी, ये अभी तय नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय समिति तय करेगी कि ये सीटें किसके पास जाएंगी। बावनकुले के बयान के बाद शिंदे गुट में बैचेनी बढ़ गई है, क्योंकि ठाणे एकनाथ शिंदे का गढ़ है और कल्याण सीट से उनके बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे सांसद हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने महाराष्ट्र की 48 में से 45 सीटें जीतने की योजना बनाई है। इसे बीजेपी का मिशन 45 कहा जा रहा है। मिशन 45 सफल करने के लिए बीजेपी अलग-अलग चुनाव क्षेत्रों में न सिर्फ अपने केंद्रीय मंत्रियों को भेज रही है, बल्कि उसने कई तरह के राजनीतिक हथकंडे भी अपनाने शुरू कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि अब जब अजित पवार का गुट महागठबंधन में शामिल हो गया है, तो बीजेपी को उम्मीद है कि शिंदे गुट को दबाना आसान होगा।
कल्याण पर है बीजेपी की नजर
कल्याण की सीट पर बीजेपी की नजर है। शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच इस सीट को लेकर हमेशा से तनाव रहा है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दो तीन-बार कल्याण में डेरा डाल चुके हैं। मुख्यमंत्री शिंदे और सांसद शिंदे के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद विवाद थोड़ा शांत हुआ था, लेकिन श्रीकांत शिंदे ने पिछले दिनों एक बयान दिया कि कल्याण की सीट शिवसेना को मिलेगी और वही यहां से सांसद होंगे। अब बावनकुले के ताजा बयान के बाद शिंदे गुट की बेचैनी बढ़ गई है। चर्चा यह भी है कि बीजेपी कल्याण के बदले शिंदे गुट से ठाणे की सीट ले सकती है।
शिंदे गुट का 22 सीटों पर दावा
इस बीच, शिंदे गुट ने 22 लोकसभा सीटों पर दावा किया है। सोमवार को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में शिवसेना मंत्रियों की एक बैठक हुई थी। शिवसेना में टूट से पहले जिन सीटों पर चुनाव लड़ा गया था, उन पर शिंदे सेना अपना दावा नहीं छोड़ेगी।