दो महीने के लिए वैश्यालय बंद… आयुक्त विवेक फणसालकर के सुनवाई के बाद कि कार्रवाई !
मुंबई : मुंबई पुलिस कमिश्नर ने 2022 में हुई वैश्यालय पर छापेमारी के मामले में करवाई करते हुए उसे दो महीने बंद रखने का आदेश दिया है। जिसके बाद एएचटीसी के लोग वहां पहुंचकर उसे बंद करवाया। मौके से 33 महिलाओं को अवैध तरीके से व्यवसाय करने के मामले में छुड़वाया गया था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 7 वैश्यालय को दो महीने के लिए बंद करवाया गया है। यह स्कूल से लगभग 200 मीटर की दूरी पर स्थित है।
गिरगांव के सात वेश्यालयों में मुंबई पुलिस की टीम ने छापेमारी की थी, इस दौरान सात कमरों से लगभग 33 महिलाओं को छुड़ाया गया था। वेश्यालय वीपी रोड पर नूर मोहम्मद बेग परिसर में स्थित थे। जो लोग इसे संचालित कर रहे थे उन पर पीटा एक्ट (धारा 15), आईपीसी 373 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि इन महिलाओं से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था।
खुद को बताते थे स्यंभू भाई
ये वे स्वयंभू भाई थे जो स्कूल से लगभग 200 मीटर दूर वेश्यालय चला रहे थे, जहाँ से 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए लोगों पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था। मुंबई अपराध शाखा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले में हुई कमिश्नर के पास सुनवाई के बाद यह निर्णय लिया गया है।
पुलिस संपत्ति जब्त कर लेती है
वेश्यालय चलाने वाले व्यक्तियों को निर्देश जारी किए गए हैं। उन्हें उसी स्थान पर इसे दोबारा खोलने से रोक दिया गया है। मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर ने इस मामले में वेश्यालय प्रबंधक और मालिक के लिए सुनवाई की और संपत्ति को जब्त कर लिया गया था। जिससे इसे दो महीने के लिए फिर से खोलने से रोक दिया गया है।