सूखी खांसी में खाएं काला गुड़… शरीर में गर्मी बढ़ाने के साथ मिलेंगे ये 4 फायदे
गुड़ तो आपने खूब खाया है लेकिन क्या आपने काला गुड़ खाया है? दरअसल, काला गुड़ एक पारंपरिक तरीके से बना गुड़ है जिसे गन्ने के रस या ताड़ के रस से बनाया जाता है। इस दौरान इसके रिफाइनिंग नहीं होती और नहीं इसे प्रोसेस्ड किया जाता है। फिर इसे लंबे समय तक के लिए ऐसे ही रख दिया जाता है। ये जितना ज्यादा पुराना हो रहा होता है उतना ही इसका रंग काला पड़ जाता है। साथ ही इसके न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ता जाता है। जैसे आयरन कंटेंट, पोटेशियम और इसका ड्यूरेटिक गुण। फिर इसका सेवन करना कुछ रोगों से बचाव में मदद करता है, क्यों और कैसे जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
काला गुड़ खाने के फायदे
- सूखी खांसी में फायदेमंद काला गुड़
सूखी खांसी में काला गुड़ खाना कई प्रकार से फायदेमंद होता है। दरअसल,सबसे पहले ये फेफड़ों में सूजन को कम करता है और फिर गले में हो रही खिचखिच से आराम दिलाता है। इसके अलावा ये एक प्रकार से गर्माहट पैदा करता है जिससे आपको बार-बार सूखी खांसी नहीं आती है। - आयरन से भरपूर है काला गुड़
काला गुड़ आयरन से भरपूर है। ये गुड़ उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कि एनीमिया से पीड़ित हैं। ये शरीर में खून की कमी को दूर करता है और फिर एनीमिया के लक्षणों में कमी लाता है। जैसे बालों को झड़ना या फिर कमजोरी। तो, महिलाओं को खासतौर पर इस गुड़ का सेवन करना चाहिए। - इम्यूनिटी बूस्टर है काला गुड़
काला गुड़ इम्यूनिटी बूस्टर गुणों से भरपूर है और शरीर को मौसमी संक्रामक रोगों से बचाता है। इस गुड़ की खास बात ये है कि ये एंटी बैक्टीरिकल होने के साथ एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। ये आपके फेफड़ों में सूजन रोकने के साथ इंफेक्शन से बचाता है और बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम के खतरे को कम करता है। - हड्डियों के लिए फायदेमंद है काला गुड़
हड्डियों की सेहत के लिए आप काले गुड़ का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इसमें पोटेशियन की अच्छी मात्रा होती है जो कि हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने के साथ इसे मजबूती प्रदान करता है जिससे आप लंबे समय तक के लिए हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचे रहते हैं। तो, इन तमाम कारणों से आपको काले गुड़ का सेवन करना चाहिए।