मुंबई, ठाणे और सतारा जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिले आई फ्लू से मुक्त!

मुंबई : महाराष्ट्र में आंखों की बीमारी आई फ्लू कमजोर पड़ गई है। प्रदेश में केवल मुंबई, ठाणे और सतारा जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिले आई फ्लू की लहर से करीब-करीब मुक्त हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते २४ घंटों में इन तीन जिलों में कुल १०३ नए मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि प्रदेश में अब तक आंखों की इस बीमारी के रोगियों की संख्या ५,५५,२२७ पर पहुंच गई है।

उल्लेखनीय है कि मानसून के दौरान आई फ्लू यानी कंजंक्टिवाइटिस सबसे आम संक्रमणों में से एक है। हर साल मानसून शुरू होते ही आंखों में इंफेक्शन और कंजंक्टिवाइटिस की शिकायतें बढ़ जाती हैं। इस बार भी पूरे हिंदुस्थान में आई फ्लू के मामले काफी तेजी से बढ़े। यह बीमारी बहुत संक्रामक और काफी दर्दनाक है।

महाराष्ट्र में बीते तीन महीनों में ‘आई फ्लू’ से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी और यह अब २० सितंबर तक ५,५५,२२७ हो गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने राहत भरी जानकारी देते हुए कहा है कि सितंबर महीने के शुरूआत से ही प्रदेश में आई फ्लू के मामले घटते गए।

मौजूदा समय में महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे और सतारा जिले को छोड़ दें तो अन्य किसी भी जिले में इस बीमारी के रोगी नहीं मिल रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक बुधवार शाम तक कुल १०३ मामले दर्ज किए गए, जिसमें से ठाणे और सतारा में क्रमशः ३६-३६ और मुंबई में ३१ मामले सामने आए।

सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग एहतियात के तौर पर आई फ्लू संक्रमण की चपेट में आए क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा घर-घर भेजकर सर्वे करा रहा है। साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं। सबसे ज्यादा मरीज पुणे में सामने आए हैं।

यहां अब तक ७७,०२० मामले मिले हैं। इसके बाद बुलढाणा में ५०,५१३, नांदेड़ में ३७,५००, चंद्रपुर में ३०,५९५, जलगांव में २९,८५६, नासिक में २४,२३७, अमरावती में २३,२८०, परभणी में २३,०५०, संभाजीनगर में १७,५६३, धुले में १७,८०४, अकोला में १५८४९, नगर में १३,२३१, वर्धा में १३,७६५, हिंगोली में १०,७९५, गोंदिया में १०,१८२, भंडारा में १०,०५४, वासिम में ९८६५, सोलापुर में ११,२४१, मालेगांव में ११,०१८, पालघर में ११,६९१, कोल्हापुर में ८,७९६, जालना में ८,९८१, ठाणे में ७,७४८, मुंबई में ७,३४५, धाराशिव में ५,१२०, नागपुर में ८,२२६, सतारा में ४,८३३, गढ़चिरौली में ४,२१४, बीड में ३,९४३, सिंधुदुर्ग में १७,८३ और रायगड़ में २,७६३ मामले सामने आ चुके हैं।

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