अतीक अहमद ने नौकर-चाकर, रिक्शा वाले, ट्रॉली चालकों के नाम भी लीं जमीनें… गैंगस्टर एक्ट के तहत होंगी कुर्क
प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों की लिस्ट काफी लंबी है। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है माफिया की बेनामी संपत्तियों का खुलासा हो रहा है। पुलिस अब इन संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की तैयारी कर रही है। गौसपुर कटुहला में अतीक की 12 करोड़ की जमीन का सौदा कराते वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद अब फिर से अतीक की बेनामी संपत्तियों की जांच का निर्णय लिया गया है।
पता चला है कि अतीक ने नौकर-चाकर, रिक्शा वाले और ट्रॉली चालकों तक के नाम पर बेशकीमती जमीनें ली थीं। पुलिस ने अब तक जितनी जमीनें गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की थीं, वे सभी उसके रिश्तेदारों, दोस्तों और गुर्गों के नाम पर थीं। अब यह पता लगाया जाएगा कि अतीक ने कितने गरीबों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति बनाई और सभी को कुर्क किया जाएगा।
अतीक अहमद के वकील रहे विजय मिश्रा को पुलिस ने 29 जुलाई की रात लखनऊ के विभूति खंड स्थित होटल से गिरफ्तार किया था। पता चला कि वह गौसपुर कटुहला स्थित एक जमीन का सौदा कराने वहां पहुंचा था। जमीन के सौदे में अशरफ की पत्नी जैनब, उसका भाई सद्दाम और अतीक का बेटा उमर भी शामिल था। शाइस्ता को भी इस बारे में पूरी जानकारी थी।
बेनामी संपत्ति का सौदा करने पहुंचा था विजय मिश्र
सबकी सहमति से विजय मिश्रा जमीन का सौदा करने लखनऊ पहुंचा था। यह जमीन बेहद गरीब ट्रॉली चालक के नाम पर थी। इस तथ्य के सामने आने के बाद पुलिस ने अब अतीक की बेनामी संपत्तियों की दोबारा जांच करने का निर्णय लिया है। दरअसल, माना यह जा रहा था कि अतीक ने अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, करीबियों, गुर्गों और गुर्गों के रिश्तेदारों के नाम ही संपत्ति बनाई है।
नई जानकारी यह है कि उसने तमाम गरीबों, नौकरों, ट्रॉली चालकों, रिक्शा चालकों आदि के नाम भी तमाम संपत्ति खरीदी है। अब ऐसे लोगों की भी जांच की जाएगी। इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्या ने बताया कि जांच में तमाम तथ्य सामने आ रहे हैं। कागजातों को देखा जा रहा है। जल्द ही ऐसी संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जाएगा।
भाई सद्दाम के साथ लखनऊ पहुंची थी जैनब
लखनऊ में करोड़ों की जमीन के सौदे के मामले में अशरफ की पत्नी जैनब की मुख्य भूमिका सामने आई है। पता चला है कि वह अपने भाई सद्दाम के साथ लखनऊ पहुंची थी। उसे अशरफ और अतीक की कई बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी है। जैनब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को सक्रिय किया गया है। आखिरी बार जैनब की लोकेशन दिल्ली के एक मॉल में मिली थी और उसका भाई सद्दाम भी वहीं था। सद्दाम पर उमेश हत्याकांड में एक लाख का इनाम है। दोनों की तलाश में पुलिस दिल्ली गई थी, लेकिन वे नहीं मिले।
तीन बिल्डरों पर अतीक परिवार की मदद का आरोप, जांच जारी…
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद तीन बिल्डरों और भूमाफिया पर अतीक परिवार की मदद का आरोप है। एक लखनऊ का और दो प्रयागराज के हैं। तीनों अतीक गिरोह की संपत्तियों को बेचने में भी परिवार की मदद कर रहे हैं। पुलिस तीनों के खिलाफ जांच कर रही है।