कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को 1100 के बजाय 2250 रुपए मिलेगी आर्थिक मदद…
मुंबई : राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि कोरोना काल के दौरान अपने माता-पिता में से एक या दोनों को खोने वाले बच्चों के देखभाल के लिए सरकार ने एक योजना शुरू की है. इस योजना के तहत सरकार उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में हर महीने 1100 रुपए देती है जिसे अब बढ़ाकर 22,50 रूपए दिए जाने का निर्णय लिया गया है. गुरुवार को विधान परिषद में प्रश्नकाल के माध्यम से भाजपा विधायक उमा खापरे ने कोरोना काल के दौरान अपने माता -पिता या दोनों में से एक को खोने के बाद अनाथ हुए बच्चों के पालन -पोषण के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है.
खापरे ने सदन में यह उपस्थित किया था.इसके जवाब में मंत्री तटकरे ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जिन बच्चों के माता-पिता में से एक या दोनों की मृत्यु हुई है, उन्हें बाल देखभाल योजना के तहत योजना का लाभ दिया जा रहा है। अनाथ हुए इन सभी बच्चों को 31 मार्च 2023 तक लाभ की राशि वितरित कर दी गई है. मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि शिशु देखभाल योजना के लिए मा. उच्चतम न्यायालय द्वारा जुर्माने के रूप में वसूल की गई 25 करोड़ 53 लाख रुपये की राशि राज्य के किशोर न्याय कोष में जमा की गई है।
इस राशि का उपयोग अनाथ बच्चों के शैक्षिक जैसे स्कूल फीस, छात्रावास शुल्क, शैक्षिक सामग्री आदि के लिए किया जा रहा है। इन बच्चों को एकमुश्त वितरित किए जाने की उम्मीद नहीं है, बल्कि केवल उन्हें जो अदालत द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार आर्थिक मदद दी जा रही है अदिति तटकरे ने कहा कि कोरोना काल में जिन बच्चों के माता-पिता में से एक या दोनों की मृत्यु हो गई है, उन्हें चाइल्ड केयर योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है और चाइल्ड केयर योजना में सब्सिडी बढ़ाकर 2250 रुपये प्रति माह कर दी गई है.
इस योजना के क्रियान्वयन हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में सम्पूर्ण बजट 54 करोड़ 84 लाख वितरित किया जा चुका है। साथ ही इस योजना के लिए 136 करोड़ 13 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि की मांग की गई है. चाइल्डकैअर योजना के सभी सरकारी निर्णयों को मान्य करते हुए. सरकार 30 मई 2023 देखभाल योजना का नाम बदलकर क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले बाल देखभाल योजना कर दिया है और योजना के दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
तटकरे ने कहा कि जिन 869 बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को कोविड संक्रमण के कारण खो दिया है, उनके नाम पर 5 लाख रुपये बैंक में जमा की गई है और 22 बच्चों के खाते खोलने की प्रक्रिया चल रही है.इस चर्चा में प्रवीण दटके,जयंत पाटिल सहित कई अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया।