खुले में पकाया हुआ खाने से आम नागरिक बीमार… !
ठाणे : बरसात का मौसम आते ही आम नागरिक खुले में मिलनेवाले वड़ा-पाव, भज्जी और अन्य खाद्य पदार्थ खाना पसंद करते हैं। खुले में बनाए जानेवाले खाद्य पदार्थ में इस्तेमाल की जानेवाली सामग्री की गुणवत्ता निचले स्तर की होती है, वहीं खुले में खाद्य पदार्थ बनाते समय धूल और अन्य कीटाणु जाकर मिल जाते हैं।
इस वजह से खुले में पकाया हुआ खाने से आम नागरिक बीमार पड़ सकता है और उसे दवाखाना जाने तक की नौबत आ सकती है। इसके बावजूद महानगरपालिका, अन्न व औषध विभाग नींद में होने से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बता दें कि बरसात का मौसम शुरू हो चुका है।
बरसात के मौसम में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ खाने का मन करता है। आम लोग अपना मन रखने के लिए इन खाद्य पदार्थों को खा लेते हैं, लेकिन खुले में पकाए हुए और रखे हुए खाद्य पदार्थों पर किटाणु तथा जर्म्स आकर बैठ जाते हैं। यही किटाणु जब खाद्य पदार्थों के साथ आम इंसान के पेट में जाते हैं, तब इंसान को विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने की संभावना होती है।
ठाणे जिले में आनेवाली ६ महानगरपालिका क्षेत्र में खुले में खाद्य पदार्थों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। इसके बावजूद ठाणे महानगरपालिका और अन्न औषध विभाग सड़कों पर बेचनेवालों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है। ठाणे जिला अस्पताल अधीक्षक कैलाश पवार ने बताया कि बरसात के मौसम में हवा में धुलीकण और कीटाणु नम हवा में तेजी से फैलते हैं।
खुले में रखा हुआ और बनाया गया खाद्य पदार्थ पौष्टिक नहीं होता है साथ ही इंसान को आसानी से बीमार कर सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि खुले में बनाए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।