वसई-विरार मनपा मे ठेका कर्मियों के समर्थन में सर्वदलीय आंदोलन… कर्मियों को डर है कि उन्हें कभी भी नौकरी से निकाल दिया जाएगा
नगर परिषद के समय से काम कर रहे हैं ठेका कर्मी
मनपा में छह हजार से अधिक कर्मचारी करते हैं ठेके पर काम
छह हजार ठेका कर्मियों की प्रलंबित मांगों को लेकर वसई-विरार मनपा मुख्यालय पर निकाला गया मोर्चा।
विरार: वसई-विरार महानगर पालिका के विभिन्न विभागों में ठेके पर काम करनेवाले कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग को लेकर सोमवार को सभी राजनीतिक दलों की ओर से मनपा मुख्यालय पर धरना [ प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों का कहना े है कि पिछले कई साल से हजारों कर्मचारी ठेके पर कार्यरत हैं े उन्हें परमानेंट करने और पैरोल पर लेने की मांग कई साल से हो रही हे, लेकिन प्रशासन उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
सर्वदलीय विरोध प्रदर्शन में चार से पांच हजार कर्मचारी मौजूद थे। कई बार निकाल चुके हैं मोर्चा: वता दें कि वसई-विरार मनपा में लगभग छह हजार से अधिक कर्मचारी ठेके पर काम करते हैं। इनमें कई कर्मचारी ऐसे भी हैं, जो नगर परिषद के कार्यकाल से ही नौकरी कर रहे हैं। ठेका कर्मियों को डर है कि उन्हें कभी भी नौकरी से निकाला जा सकता हे। इन्हें परमानेंट करने की मांग को लेकर कामगार संगठनों, राजनीतिक पार्टियां और ठेका कर्मचारी कई वार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन अब तक प्रशासन ने उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है।
फिर मिला आश्वासन
विरार पश्चिम में म्हाडा ग्राउंड से निकाला गया यह विरोध प्रदर्शन मनपा मुख्यालय तक पहुंचा। इस दौरान मनपा के अतिरिक्त आयुक्त स्मेश मनाले ने आश्वासन दिया कि इस विषय पर जल्द ही वातचीत कर ठोस निर्णय लिया जाएगा। इस विशेध प्रदर्शन में वविआ के विधायक क्षितिज ठाकुर, प्रथम महापौर राजीव पाटील, पूर्व महापौर प्रवीण शेट्टी, उद्धव ठाकरे गुट के शिगरैष चव्हाण, मनसे के पूर्व नगरसेवक प्रफूल्ल पाटील, एनसीपी जिलाध्यक्ष राजाराम मुलिक, आरपीआई के ईश्वर चुले, बीजेपी के जिलाध्यक्ष राजन नाईक सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।