मनपा के खिलाफ लामबंद हुए ठेका कर्मचारी… 3 जुलाई को निकालेंगे मोर्चा कार्यालय का कामकाज रहेगा बंद !
वसई। वसई-विरार शहर महानगरपालिका के विभिन्न कार्यालयों/ विभागों में (ठेका) अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों को महानगरपालिका में स्थाई रूप से रखने के लिए एवं उनकी विभिन्न समस्याओं को लेकर कई वर्षों से पत्र देने के बावजूद महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। केंद्र सरकार ने ‘स्वातंत्र्य अमृत महोत्सव’ पहल के तहत 75000 रोजगार के अवसर प्रदान करने का संकल्प लिया है।
लेकिन महानगरपालिका में कार्यरत संविदा (ठेका) कर्मचारियों को स्थाई रूप से नही रखा जा रहा है। संविदा (ठेका) कर्मचारियों के संबंध में महानगरपालिका प्रशासन की उदासीन नीति के कारण मनपा क्षेत्र अंतर्गत कार्यरत स्थानीय संविदा ( ठेका) कर्मचारियों व उनके परिवारों के साथ अन्याय किया जा रहा है। कई कर्मचारियों को निकाला जा रहा है जिससे उन्हें बेरोजगारी के कारण भुखमरी का सामना करना पड़ेगा।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व स्थानीय श्रमिक संघ,राष्ट्रवादी श्रमिक जनरल यूनियन और अन्य श्रमिक संगठनों ने 3 जुलाई को सुबह 11 बजे म्हाडा मैदान,विरार पश्चिम स्थित से मोर्चा से निकाला जाएगा। वहीं वसई विरार महानगरपालिका में कार्यरत सभी संविदा (ठेका) कर्मचारी कार्यालय का काम बंद करके मोर्चा में भाग लेंगे।
गौरतलब हो कि सोमवार, 26 जून को स्थानीय श्रमिक संघ और राष्ट्रवादी श्रमिक जनरल यूनियन के पदाधिकारियों ने वसईविरार शहर महानगरपालिका के आयुक्त को लिखित पत्र के देकर सूचित किया गया है। हालांकि 3 जुलाई को वसई विरार शहर महानगरपालिका में कार्यरत सभी संवर्गों (आवश्यक सेवाओं को छोड़कर) सभी (ठेका ) कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में मोर्चा में भाग लेंगे। वही यूनियन की तरफ से वसई विरार के सभी नागरिको को सूचित किया है की सभी संविदा (ठेका ) कर्मचारियों का कार्यालय का कामकाज बंद रहेगा।