लोकल ट्रेन में हुए यौन उत्पीड़न के बाद एक्शन में पुलिस… उठाया ये बड़ा कदम, महिलाओं को होगा फायदा
मुंबई : चलती उपनगरीय ट्रेन में सवार 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा पर यौन उत्पीड़न की हालिया घटना के जवाब में, सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने महिला डिब्बों में गश्त का समय तीन घंटे बढ़ा दिया है. पहले इसका समय रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक था, जिसे अब बढ़ाकर सुबह 9 बजे तक कर दिया गया है. जीआरपी ने यात्रियों को सुरक्षा सावधानियों और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से एक जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू किया है.
जीआरपी पश्चिम रेलवे के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संदीप भाजीभाकरे ने कहा, जागरूकता कार्यक्रम, जो पिछले सप्ताह शुरू हुआ, का उद्देश्य उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा करते समय महिलाओं को खुद की सुरक्षा के ज्ञान के साथ सशक्त बनाना है.
यौन उत्पीड़न का मामला
ये उपाय 14 जून को हुई उस चिंताजनक घटना की प्रतिक्रिया के रूप में सामने आए हैं, जहां एक युवा कॉलेज छात्रा तड़के चलती उपनगरीय ट्रेन में यौन उत्पीड़न का शिकार हो गई थी. इस घटना ने अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी थी, जिससे जीआरपी को समस्या के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी.
सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों के महिला डिब्बों में गश्त बढ़ा दी है और यात्रियों की सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए एक पहल शुरू की है. अधिकारी ने बताया कि 14 जून को तड़के चलती उपनगरीय ट्रेन में 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना के आलोक में पिछले सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया गया था.
महिलाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम
हमने महिला यात्रियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है. जीआरपी पश्चिम रेलवे के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संदीप भाजीभाकरे ने कहा, हम उन्हें यात्रा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों और आपात स्थिति में उन फोन नंबरों के बारे में बता रहे हैं जिन पर वे कॉल कर सकते हैं. उन्होंने कहा, जीआरपी ने महिला डिब्बों में पुलिस की मौजूदगी भी बढ़ा दी है और ट्रेनों में ड्यूटी का समय पहले से बढ़ा दिया गया है.