वीवीसीएमसी के स्वास्थ्य केद्रों में नहीं है सोनोग्राफी मशीन… पूर्व नगरसेविका शिल्पा सिंह ने आयुक्त से की मांग

वसई : प्रसव से पहले गर्भवती माताओं की देखभाल, सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करना, गर्भवती माताओं की नियमित जांच उनके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और यह मुख्य रूप से महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है। लेकिन वसई विरार शहर महानगरपालिका के वसई गांव से सीधे सातिवाली जहां भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान हैं वहां सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध नहीं है। शिल्पा सिंह ने वीवीसीएमसी आयुक्त के ध्यान में लाया है कि सर डी एम पेटिट अस्पताल और अन्य जगहों पर मशीनें काम नहीं कर रही हैं।

सोनोग्राफी मशीनों की सुविधा नहीं होने के कारण वसई शहर की कई गर्भवती माताओं को अपने खर्चे पर सोनोग्राफी के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है और फिर सोनोग्राफी रिपोर्ट सरकारी अस्पतालों को दिखानी पड़ती है। साथ ही सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की कई गर्भवती माताएं नियमित जांच नहीं करवा पाती हैं और इससे उनका और उनके बच्चे का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। नतीजतन, शिवसेना की शिल्पा सिंह ने राय व्यक्त की है कि वसई में गर्भवती माताओं और उनके परिवार के सदस्यों को परेशानी हो रही है।

शिवसेना की पूर्व नगरसेविका शिल्पा दिवाकर सिंह ने पत्र के माध्यम से इस मामले में वीवीसीएमसी आयुक्त और मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को अवगत कराते हुए कहा है कि यह मामला बेहद गंभीर है और मनपा के स्वास्थ्य विभाग को इस पर ध्यान देने का अनुरोध किया गया है. जहां सोनोग्राफी मशीन खराब हो चुकी है उन्हें ठीक किया जायें और जिन स्वास्थ्य केंद्रों पर मशीनें नहीं है वहाँ नई मशीनें उपलब्ध कराई जाएं ।

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