वसई-विरार शहर में संभलकर चलिए… सावधानी हटी तो दुर्घटना घट जाएगी
विरार : वसई-विरार शहर में तेजी से बढ़ती जनसंख्या और उसी के अनुपात में बढ़ते वाहनों की संख्या शहर की रफ्तार में बाधा तो बन ही रही थी। ऐसे में शहर भर में खोदकर छोड़े गए सड़कों पर गड्ढे यातायात व्यवस्था को और भी बाधित कर रहे हैं। गड्ढों के कारण जगह-जगह यातायात जाम जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। इसके साथ ही मानसून भी अब आकार लेने लगा है। बारिश कभी भी आ सकता है, यदि शहर में आधे घंटे भी बरसात हुए तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे।
ऐसे में वसई-विरार की सड़कों पर नागरिकों को संभलकर चलने की आदत बनानी होगी क्योंकि सावधानी हटी तो दुर्घटना घट जाएगी। अगर संभले नहीं तो जगह-जगह वाहन चालकों के साथ ही राहगीर दुर्घटना के शिकार होंगे, लेकिन महानगरपालिका इन समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है, जबकि वसई-विरार महानगरपालिका ने क्षेत्र में गुजरात गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 15 मई तक का समय निर्धारित किया था, जिसे बाद में 10 दिन और बढ़ा दिया गया था। उसके बावजूद आज भी वसई-विरार शहर गड्ढों में तब्दील है। खुदाई की गई सड़कें आज भी उसी हालत में हैं। गड्ढों से बाहर निकाल कर छोड़ी गई मिट्टी तेज हवा के कारण आस-पड़ोस के दुकानदारों की परेशानी बढ़ा रहा है।
नागरिकों का कहना है कि महानगरपालिका गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई का काम करवा रही है, लेकिन उसे इस बात का भी विशेष ध्यान देना चाहिए कि नागरिकों को इससे कोई दिक्कत न हो, लेकिन वर्तमान हालात खुद बयां कर रहा है कि महानगरपालिका के अधिकारियों को क्षेत्र के नागरिकों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। वसई-विरार शहर मनपा के कार्यकारी अभियंता राजेंद्र लाड ने बताया कि आने वाले आठ दिनों के अंदर शहर के गड्ढों को भर दिया जाएगा।