उद्धव सरकार ने लिया बड़ा फैसला, महाराष्ट्र में अक्टूबर के पहले हफ्ते से खुलेंगे रेस्तरां और बार
मुंबई, कोरोना वायरस के चलते इस साल मार्च में लगाए गए लॉकडाउन को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. केंद्र सरकार द्वारा अब तक अनलॉक के चार चरणों से जुड़े आदेश जारी हो चुके हैं, जिनके मुताबिक अलग-अलग सेक्टर्स में काम शुरू हो रहा है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते से रेस्तरां खोलने की तैयारी कर ली है. अगले महीने के पहले हफ्ते से रेस्तरां और बार खुलेंगे.
बता दें महाराष्ट्र में वर्तमान लॉकडाउन 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है और इसके साथ ही राज्य सरकार ने लंबे समय से बंद रेस्तरां को फिर से खोलने के लिए एसओपी को तैयार कर लिया है. इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा था कि इन दिशानिर्देशों को अंतिम रूप देने के बाद निर्णय लिया जाएगा. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर के संयोजकों के विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों से बातचीत की.
स्क पहनने, हाथों साफ करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने पर जोर
बयान के अनुसार, ‘राज्य सरकार ने रेस्तरां को फिर से खोलने के लिए एसओपी तैयार किया है और उन्हें संबंधित लोगों को भेजा गया है.’ ठाकरे के हवाले से बयान में कहा गया था कि रेस्तरां को फिर से खोलने के बारे में फैसला लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खतरे को देखते हुए, उनकी सरकार सावधानी से कदम उठा रही है और एसओपी को उसी के अनुसार तैयार किया गया है. ठाकरे ने मास्क पहनने, हाथों साफ करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि रेस्तरां के फिर से खुलने पर इन सावधानियों का पालन करने की जरूरत है.उन्होंने राज्य सरकार की ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ पहल के बारे में भी बात की और लोगों से इसमें शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने सभी हितधारकों को मिलकर एसओपी को अंतिम रूप देने के लिए कहा.
राज्य के बड़े सेक्टर से लॉकडाउन हटेगा
इस फैसले के बाद राज्य के बड़े सेक्टर से लॉकडाउन हट जाएगा. लॉकडाउन खत्म होने के बाद से ही अनलॉकिंग की प्रक्रिया के तहत खुलने का इंतजार कर रहे रेस्तरां और बार को शुरू किये जाने के फैसले से बड़ी राहत मिलेगी. कम से कम 40 फीसदी लोग होम डिलीवरी का काम करते हैं. इनमें से कई अपने घर वापस चले गए हैं और उनका कहना है कि वैक्सीन ना आने तक वह काम पर नहीं आएंगे.