महज 11 पर्सेंट झीलों में बचा पानी, लेट मॉनसून ने बढ़ाई परेशानी…
मुंबई : मुंबईकरों के सामने पानी कटौती का संकट पैदा हो गया है, क्योंकि मुंबई को पानी देने वाली सातों झीलों में उनकी कुल क्षमता का सिर्फ 10.9 प्रतिशत पानी बचा है। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मॉनसून सक्रिय होने में करीब एक सप्ताह का समय है। झीलों में जब 8 प्रतिशत पानी रह जाएगा, तब बीएमसी प्रशासन पानी कटौती को लेकर विचार करेगा। अगले 10 दिनों में वॉटर स्टॉक आठ पर्सेंट पर आने की आशंका है।
ऐसे में, यह बैठक जून मध्य में हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मुंबई में मॉनसून देर से आ सकता है। इस वजह से बीएमसी प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। मोडक सागर, तानसा, विहार, तुलसी, मध्य वैतरणा, भातसा, अपर वैतरणा से प्रतिदिन 3850 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है।
वर्तमान में इन झीलों में सिर्फ 157814 एमएलडी पानी का स्टॉक रह गया है, जो पिछले तीन सालों में सबसे कम है। वर्ष 2022 में इस दौरान मुंबई को पानी देने वाली झीलों में उनकी कुल क्षमता का 212461 एमएलडी यानी 14.68 पर्सेंट पानी का स्टॉक था। वहीं, वर्ष 2021 में 185865 एमएलडी यानी कुल क्षमता का 12.84 प्रतिशत पानी का स्टॉक बचा था।
अधिकारी के कहा कि हर साल के मुकाबले इस साल मॉनसून लगभग एक सप्ताह देरी से मुंबई आ रहा है। मॉनसून सक्रिय होने के बाद झील क्षेत्रों में कैसी बारिश होती है, उस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा कि पानी कटौती की स्थिति आएगी या नहीं। मुंबई में अच्छी बारिश हो और ठाणे एवं नाशिक जिलों में जहां झीलें हैं, वहां अच्छी बारिश नहीं हो, तो कोई फायदा नहीं है। अधिकारी ने कहा कि हमने सरकार से भी रिजर्व कोटे से पानी लेने का परमिशन ले लिया है। हालांकि, इसका इस्तेमाल करने से पहले बीएमसी कमिश्नर से परमिशन लेना पड़ेगा।
मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोडक सागर और तानसा झील में 88500 एमएलडी, यानी उसकी कुल क्षमता का 13 प्रतिशत पानी बचा है। मोडक सागर में 30714 एमएलडी, यानी 24 प्रतिशत पानी का स्टॉक है। तानसा में 31906 एमएलडी पानी है, जो उसकी कुल क्षमता का 22 प्रतिशत है।
भातसा झील में 60076 एमएलडी पानी है, जो उसकी कुल क्षमता का 8.38 प्रतिशत है। पिछले तीन वर्षों में यह सबसे कम स्टॉक है। भातसा राज्य सरकार की सबसे बड़ी झील है, जिससे बीएमसी को पानी की आपूर्ति होती है। विहार झील में 6830 एमएलडी, यानी 25 प्रतिशत और तुलसी झील में 2409 एमएलडी, यानी उसकी कुल भंडारण क्षमता का 29.94 प्रतिशत पानी झील में रह गया है।
राज्य सरकार ने मुंबई के लिए का रिजर्व स्टॉक रखा है, जिसकी कुल क्षमता 1597363 एमएलडी है। वर्तमान में कुल पानी का स्टॉक 293642 एमएलडी रह गया है, जो टोटल यूजफुल कंटेंट एवं रिजर्व स्टॉक का 18.38 प्रतिशत है। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि आरक्षित जलाशय से प्रतिदिन 150 एमएलडी पानी के इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है। झीलों में पानी के घटते स्तर को देखते हुए बीएमसी प्रशासन ने आपात स्थिति में राज्य सरकार से रिजर्व वायर (आरक्षित जलाशय) से पानी इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी, जिसका परमिशन सरकार ने दे दिया है।