मुंबईकरों के लिए मात्र एक महीने का पानी ही शेष
मुंबई : मुंबई व आस-पास क्षेत्र में गर्मी की तपन चरम पर है। पानी की खपत बढ़ गई है, तो वहीं मनपा झीलों से पानी का वाष्पीकरण भी तेजी से हो रहा है। ऐसे में मुंबईकरों के लिए ७ झीलों में अब पीने के लिए मात्र एक महीने का पानी ही शेष बचा है। मनपा के अनुसार, लगभग २ लाख एमएलडी पानी ही झीलों में शेष रह गया है।
इससे एक महीने तक बिना बाधा के मुंबईकरों को पानी की आपूर्ति हो सकेगी। मनपा के अनुसार, अगर मानसून समय से आ जाता है तो पानी कटौती की नौबत नहीं आएगी और यदि मानसून आने में देरी हुई तो पानी कटौती तय है। बता दें कि मनपा ने झीलों में पानी बचत के लिए योजना भी बनाई। ७ झीलों में फिलहाल, १४ प्रतिशत पानी बचा हुआ है।
सातों झीलों में पानी स्टोरेज की कुल क्षमता १४ लाख एमएलडी है, जिससे मुंबईकरों के लिए वर्षभर पानी सप्लाई होती है। मुंबईकरों को रोजाना ३,७५० एमएलडी पानी सप्लाई होती है, जबकि वास्तव में मुंबईकरों के लिए ४,२०० एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है। सात झीलों में जल स्टोरेज पिछले तीन वर्षों में अपने निम्नतम स्तर तक गिर गया है।
मंगलवार को सात झीलों में कुल जल भंडार स्तर १५ प्रतिशत हो गया। २०२२ में, २३ मई को जल भंडार २१.१ प्रतिशत था, जबकि २०२१ में यह लगभग १७.०६ प्रतिशत था। मनपा अधिकारियों ने कहा कि जून में जल स्तर २० प्रतिशत से नीचे गिर जाने के बाद पिछले साल मुंबई में १५ प्रतिशत पानी की कटौती लागू की थी। यहां अभी से यह १५ प्रतिशत के आस-पास है। लेकिन इस वर्ष मानसून को समय से आने की संभावना है। ऐसे में पानी कटौती की फिलहाल जरूरत नहीं है।