फैला ड्रग तस्करी का जाल… १२ हजार करोड़ की ड्रग्स जब्त !
मुंबई : भारतीय नौसेना की खुफिया इकाई और एनसीबी ने ऑपरेशन ‘समुद्रगुप्त’ के तहत कोच्चि बंदरगाह के करीब १२ हजार करोड़ रुपए की २,५०० किलोग्राम मेथामफेटामाइन ड्रग्स के साथ एक पाकिस्तानी नागरिक हाजी सलीम को गिरफ्तार किया गया है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का करीबी हाजी सलीम ईरान, अफगानिस्तान और बलूचिस्तान (पाकिस्तान) से ड्रग्स सिंडिकेट को ऑपरेट करता है।
शातिर हाजी सलीम कराची से ऑपरेशन देखता है। वह हमेशा एके-४७ और अन्य घातक हथियारों से लैस गुर्गों की सुरक्षा में रहता है। सलीम अपने साथ कुछ सैटेलाइट फोन भी रखता है, जिसके जरिए वह पाकिस्तान से लेकर मालदीव के समुद्री इलाकों तक अपना धंधा करता है। ऑपरेशन `समुद्रगुप्त’ की सफलता से साफ हो गया है कि ड्रग तस्करी और आतंकवाद का गहरा कनेक्शन है।
हाजी सलीम या सलीम बलोच हेरोइन में डील करता है और अपने सप्लायर्स से ड्रग्स के बदले आने वाला पैसा हवाला के जरिए लेता है। सितंबर २०२२ में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से बरामद करोड़ों की हेरोइन मामले में गिरफ्तार कुछ लोगों ने सलीम को हवाला के माध्यम से पैसे भेजे थे। सलीम बलोच खास किस्म के कोडवर्ड का इस्तेमाल करता है, ताकि उसका नाम सीधे तौर पर किसी एजेंसी के रडार पर न आए।
सलीम अक्सर अपनी ड्रग्स की खेप पर ७७७, ९९९, उड़ते घोड़े का चिह्न, २१ राजाओं का सिंबल जैसे कोडवर्ड इस्तेमाल करता है। यूएन ऑफिस ऑफ ड्रग एंड कंट्रोल (यूएनओडीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन सालों में ड्रग्स का कारोबार लगभग ४५५ प्रतिशत बढ़ गया है। अनुमान है कि दुनिया में ड्रग्स का कारोबार लगभग ३० लाख करोड़ रुपए का है। जबकि भारत में ड्रग्स का सालाना धंधा १० लाख करोड़ से ज्यादा का है।