मनपा को फिर आई प्लास्टिक की याद… वसूला 56 लाख
मुंबई : प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग धडल्ले से किया जा रहा है। मानसून के समय नालों और नदियों में प्लास्टिक की थैलियां बड़ी परेशानी खड़ी करती है और शहर में पानी भरने की संभावना बनी रहती है। मनपा प्रशासन ने इसी के चलते अगले चार महीने प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। पच्चास माइक्रोन से पतली प्लास्टिक थैली पूरी तरह प्रतिबंधित है, जबकि इसी प्लास्टिक की थैली का अधिक उपयोग किया जाता है।
मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मानसून के समय नालों और नदियों में बड़े पैमाने पर प्लास्टिक की थैलियां दिखाई देती हैं। नालों और नदियों में प्लास्टिक की थैलियां घातक होती हैं । मनपा प्रशासन ने इसी समस्या से निपटने के लिए प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए अगले चार महीने उपयोग करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। मनपा ने इसके लिए विशेष टीम गठित कर उन्हे मैदान में उतारा जाएगा।
मनपा अधिकारी का कहना है कि फेरीवालों के पास सबसे अधिक प्रतिबंधित प्लास्टिक का थैलियों के रूप में उपयोग होता है।लोग इन थैलियों में आगे चलकर कचरा भर कर नालों में फेक देते है । यह थैलियां नालों के मुहाने पर जमा होकर पानी निकासी बंद कर देती है । मनपा प्रशासन प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग करने वालों से अब तक 56 लाख 5 हजार रुपए दंड के रूप में वसूला है, जबकि 4 हजार 410 किलो प्लास्टिक जब्त की है। मानसून के समय प्रतिबंधित प्लास्टिक पर कार्रवाई कर मनपा मानसून के समय जलजमाव जैसी स्थिति मुंबई में न हो इसके लिए तैयारी में जुटी है।