मनपा आपदा मित्रो की सहायता से आपदाओं से निपटेगी
मुंबई : आपदाओं का शहर मुंबई होते जा रहा है। मनपा प्रशासन इस तरह की समस्याओ से निपटने के लिए आपदा मित्र तैयार किया है। मुंबई में लगभग एक हजार लोगो को मनपा ने प्रशिक्षण देकर आपदा मित्र बनाया है जिनका उपयोग मुंबई में घटने वाली अप्रिय घटनाओ से निपटने के लिए किया जायेगा।
आपदा मित्रों में पुलिस के होमगार्ड, कॉलेज के स्टूडेंट, सिविल डिफेन्स और अन्य वॉलिंटियर शामिल हैं। आपदा मित्रों को 150 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराया भत्ता देगी। वहीं राज्य सरकार की तरफ से 5 लाख का बीमा कवर भी मिलेगा। मनपा अतिरिक्त आयुक्त डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि आपदा मित्रों को सभी 24 वार्डों में तैनात किया जाएगा। इसकी लिस्ट मुंबई पुलिस, मुंबई फायर ब्रिगेड को दी जाएगी।
आपातकाल में आम लोगों के फोन पर कभी-कभी गलत जानकारी मिल जाती है। आपदा मित्र जब पुलिस, फायर ब्रिगेड को फोन देगा तो वह पुख्ता जानकारी होगी। खबर कन्फर्म रहेगी इससे घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने में मदद मिलेगी। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी और स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की गाइडलाइन के अनुसार आपदा मित्रों की नियुक्ति की गई है। कई बैच में इन्हें परेल स्थित प्रशिक्षण सेंटर में प्रशिक्षित किया गया है।
प्रत्येक की अलग-अलग बैच में 12 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि आपदा मित्र सिर्फ बारिश के मौसम में यह आपातकाल में ही नहीं बल्कि 12 महीने 24 घंटे लोगों की मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे। बारिश के मौसम और उसके बाद मुंबई में पुरानी और जर्जर हो चुकी इमारतों के गिरने की घटना ज्यादा सामने आती है। लैंडस्लाइड, नालों में उफान, कहीं -कहीं जलजमाव और लोगों के घरों में पानी घुस जाता है।
कई बार कोई नाले में गिर जाता है जहां जल्द से जल्द उसे बचाने की जरूरत होती है। ऐसे मौकों पर जब तक फायर ब्रिगेड या बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचने में देरी हो जाती है। आपदा मित्र पूरे मुंबई के विभिन्न स्थान के होने के कारण उन्हें घटना स्थल पर पहुंचने में आसानी होगी और लोगो को भी सहायता मिलेगी। आपदा मित्र 7 वीं क्लास पास होने चाहिए और उनकी उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच होना चाहिए।
साथ ही किसी एमबीबीएस डॉक्टर का प्रमाणित हेल्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए। परेल प्रशिक्षण केंद्र में सभी 1000 आपदा मित्रों की 12-12 दिन ट्रेनिंग हुई। उसके बदले ट्रेवेल एलाउंस के तहत हमने 150 रुपये प्रतिदिन के आधार पर उन्हें 1800 रुपये दिए। हम जब भी उनका उपयोग करेंगे उन्हें आने जाने का भत्ता के रूप में प्रतिदिन 150 रुपये उपलब्ध कराएंगे। राज्य सरकार की तरफ से प्रत्येक आपदा मित्र को 5 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा। आपदा मित्रों को सभी 24 वार्डों में तैनात किया जाएगा।