क्या अमेरिका ने दुश्मन चीन के भारत में घुसपैठ के मंसूबों पर फेरा था पानी?
अमेरिका : अमेरिका ने सोमवार (20 मार्च) को उस खबर की पुष्टि करने से इनकार कर दिया, जिसमें दावा किया गया है कि अमेरिका ने पिछले साल भारतीय सेना को महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी मुहैया कराई थी जिससे उसे चीनी घुसपैठ से सफलतापूर्वक निपटने में मदद मिली. व्हाइट हाउस में राजनीतिक संचार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी ने खबर के बारे में पूछे जाने पर यहां एक दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नहीं मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता हूं.
एक विशेष खबर में दावा किया था कि भारत, अमेरिकी सेना के अभूतपूर्व खुफिया सूचना शेयर करने के कारण पिछले साल के अंत में हिमालय के ऊंचाई वाले सीमा क्षेत्र में चीन की सैन्य घुसपैठ का जवाब दे पाया. खबर के अनुसार अरुणाचल प्रदेश क्षेत्र में अमेरिकी खुफिया समीक्षा (जिसे जारी नहीं किया गया) की रिपोर्ट की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि अमेरिकी सरकार ने पहली बार अपने भारतीय समकक्षों को चीन की स्थिति और सुरक्षा बल की ताकत के बारे में रियल टाइम डिटेल शेयर किया था, जिसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को अपनी सीमाओं पर जमीन हड़पने के अपने तरीके पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा. रिपोर्ट के अनुसार सूचना में कार्रवाई योग्य सैटेलाइट की तस्वीरें शामिल थीं और इसमें ज्यादा डिटेल जानकारी दी गई थी.
अमेरिकी सेना ने इससे पहले कभी इतनी तेजी से ऐसी जानकारी भारतीय सेना के साथ शेयर नहीं किया था. खबरों के हवाले से में एक सूत्र ने कहा गया कि वे इंतजार कर रहे थे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अमेरिका ने भारत को इसकी तैयारी के लिए सब कुछ दिया था. यह दर्शाता है कि दोनों सेनाएं अब कितनी सफलता से सहयोग कर रही हैं और खुफिया जानकारी शेयर कर रही हैं.