बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आदित्य ठाकरे और राउत पर लगाए गंभीर आरोप…

मुंबई : बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे सहित ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत पर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड काल में एक एक चाय वाले की कंपनी को 100 करोड़ रुपए का ठेका दिया गया। सोमैया ने कहा कि बेटे ने उस कंपनी को ठेका दिया जिस पर पिता ने रोक लगाई थी।

बुधवार को पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद सोमैया ने सवाल उठाते हुए कहा कि अब किसका नंबर है, सुजीत पाटकर या संजय राउत का? उन्होंने कहा कि 100 करोड़ रुपए का कोविड घोटाला सामने आया है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। करोड़ों की हेराफेरी पाई गई है।

सोमैया ने कहा कि इस मामले में कुछ को आयकर विभाग ने, कुछ को ईडी ने और कुछ को मुंबई पुलिस ने ट्रेस किया था। संजय राउत के साथी सुजीत पाटकर की कंपनी लाइफ लाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विस को मुंबई महानगरपालिका से कुल 32 करोड़ रुपए मिले थे जिसमें से 14 करोड़ 3 लाख 29 हजार 839 रुपए अलग बैंक खाते में भेजे गए। सोमैया ने कहा कि इस बात की जांच चल रही है कि इस बैंक खाते से पैसा किसने निकाला। आयकर खाते की जांच की जा रही है। आयकर विभाग, ईडी और मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पूर्व सांसद सोमैया ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि एक चाय वाले की कंपनी को एक कोविड सेंटर के लिए 100 करोड़ रुपए का ठेका दिया गया था। तत्कालीन मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस कंपनी को वर्ली में आईसीयू का ठेका दिया था, जिसे पुणे में पीएमआरडीए ने प्रतिबंधित कर दिया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पीएमआरडीए के अध्यक्ष थे। कोविड सेंटर में महज आठ दिनों में तीन कोविड मरीजों की मौत हो गई थी।

इसलिए इस कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन बेटे ने वर्ली कोविड सेंटर के आईसीयू का ठेका उस कंपनी को दे दिया जिस पर पिता ने रोक लगा दी थी। इसके अलावा, दहिसर आईसीयू का ठेका भी इसी कंपनी को दिया गया था। महाविकास आघाड़ी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व सांसद किरीट सोमैया पर करोड़ों रुपए जमा करने का आरोप लगाते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने अदालत में जाने की चेतावनी दी है।

कोल्हापुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राउत ने कहा कि आईएनएस विक्रांत के नाम पर सोमैया ने करोड़ों रुपए जमा किया है। यह पैसा कहां गया इसका पता नहीं चल सका है। मामले की जांच शुरु थी। तभी सरकार बदल गई और चोरों को क्लीन चिट दे दी गई। इस सरकार ने अब तक 28 चोरों को क्लीन चिट देने का काम किया है।

राउत ने कहा कि वे इस मामले में खुद ही अदालत में याचिका दायर करेंगे। राउत ने कहा कि सरकार के विरोध में बोलने वाले को जेल में डालने और उन्हें बदनाम करने का काम शुरू है। राउत ने यह भी कहा कि वर्ष 2024 में जनता सबका हिसाब लेगी।

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