गोल्ड की हेराफेरी करने वाला हुआ गिरफ्तार

मुंबई : मुंबई के गोरेगांव वनराई पुलिस स्टेशन की हद में एक ऐसा मामला सामने आया जो करोड़ों का गोल्ड, सिल्वर गोल्ड ,पटलीनम गोल्ड हेराफेरी करते थे। गोरेगांव वनराई पुलिस स्टेशन के कामा ज्वेलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में करोड़ों का गोल्ड का हेरा फेरी का मामला जब मालिक को यह खबर पता चली तो मालिक ने अपने नजदीकी वनराई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद वनराई पुलिस स्टेशन की एक टीम तैयार की गई उस टीम के अंदर सीनियर्स इंस्पेक्टर भी मौजूद थे ।

क्योंकि करोड़ों का मामला था जिसके बाद कामा ज्वेलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अंदर जाकर लोगों की जांच किया गया।
कामत प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ज्वेलरी का काम होता था उस कंपनी में कुल मिलाकर 400 वर्कर काम करते थे पुलिस को इतना ही मुश्किल था कि 400 वर्षों से पूछताछ कैसे की जाए पुलिस पर जिस जिस लोगों पर शक था उससे लगातार पूछताछ की जा रही थी।

जांच करने के बाद यह पता चला कि आखिर गोल्ड जाता कहां था जब सिक्योरिटी गार्ड सब वर्करों की जांच करते थे जांच में किसी के पास कुछ नहीं मिला तो वही पुलिस को शक हुआ की वर्करों की जांच करने वाला ही सिक्योरिटी गार्ड की जांच की जाए जब पुलिस की सारी टीम सिक्योरिटी गार्ड की जांच की जिसके बाद पता चला सिक्योरिटी गार्ड के साथ और कुछ लोग मिलकर कंपनी में हेराफेरी करते थे।

कंपनी के अंदर मैनेजिंग डायरेक्टर सुपरवाइजर इंजीनियर और वर्कर सिक्योरिटी गार्ड मिलकर डायमंड और ज्वेलरी की हेराफेरी करते थे पूछताछ करने के बाद या पता चला कि गोल्ड का हेरा फेरी करीब 4 महीने से चल रहा था। जब सीनियर इंस्पेक्टर की सारी टीम ने सिक्योरिटी गार्ड से पूछताछ की तो सिक्योरिटी गार्ड के चेहरे पर मासूम सा चेहरा सर से टपकता पसीना यह खामोशी पूरा बता रही थी कि आखिर चोर कौन था।

आरोपी हरिप्रसाद तिवारी से ( सिक्योरिटी गार्ड) जब पूछताछ की गई आरोपी ने कहा कि इंजीनियर मैनेजर वर्कर सारे गोल्ड मुझे बाथरूम में लाकर दिया करते थे। जिसके बाद वह कंपनी रात को बंद होने के बाद चारों आरोपी गोल्ड किसी व्यक्ति बेचकर उसका पैसा ले लिया करते थे।

आरोपी का नाम
1 – मेहुल ठाकुर – 26 ( कास्टिंग डिपार्टमेंट का इंजीनियर
2 – निकेश मिश्रा -33 ( कास्टिंग डिपार्टमेंट का वर्कर
3 – अविनाश बहादुर -27 ( एकाउंट डिपार्टमेंट
4- हरी प्रसाद तिवारी – 27 ( सिक्योरिटी गार्ड इंचार्ज

पुलिस की सारी टीमें जांच कर रही थी बता दे पुलिस ने 9 लोग को तैयार किया था,आरोपी को बांद्रा नालासोपारा जोगेश्वरी जैसे इलाकों से गिरफ्तार किया गया, इंस्पेक्टर ने बताया कि यह गोल्ड हेराफेरी करने के बाद वह आपस में बांट लिया करते थे, आरोपी मेहुल गोल्ड बाथरूम के अंदर जाकर सिक्योरिटी गार्ड को दिया करते थे । पता चला आरोपी ने 3 किलो सोना गायब किया गया। जिसकी कीमत 1 करोड़ 55 लाख था.

Leave a Reply

Your email address will not be published.