प्रभाग समिति सी के अधिकारी ने विरार पुलिस स्टेशन में दी शिकायत्…धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज

वसई : जहाँ एक तरफ वसई विरार शहर महानगरपालिका द्वारा अवैध निर्माणों पर तोड़क कार्रवाई कर रही है,वही दूसरी और बिल्डरों द्वारा बनाई गयी फर्जी बांधकाम परमिशन पर भी शिकंजा कस दिया है,जिसके चलते विविसीएमसी प्रभाग ‘सी’ के प्र.सहायक आयुक्त ने विरार थाने में विकासक/जमीन मालिक व अन्य एक लोगो पर एफआईआर दर्ज करवाया है।

ज्ञात हो कि इस मामले में भाजपा नेता शशिकांत दुबे ने ११ अक्टूबर २०२२ में विविसीएमसी को लिखित शिकायत पत्र दिया था।मिली जानकारी के अनुसार,विविसीएमसी आयुक्त अनिलकुमार पवार व अतिरिक्त आयुक्त रमेश मनाले के आदेशानुसार उपायुक्त (अतिक्रमण प्रमुख) अजित मुठे के मार्गदर्शन में विविसीएमसी के विभिन्न प्रभागों में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर गरज रहा है। वही प्रभाग ‘सी’ के प्र.सहायक आयुक्त गणेश पाटिल है।

उन्होंने विरार थाने में शिकायत दिया है कि विरार पूर्व के गांव मौजे कोपरी,सर्वे नं.१३७,हिस्सा नं.२ में आरोपी ने सक्षम प्राधिकारी से अनुमति लिए बिना अपने सहयोगियों और लाभार्थी के साथ साजिश रची,केवल रुद्रांश ए व बी आवासीय जी+५ अनाधिकृत भवन का निर्माण किया गया,एवं सह दुय्यम वर्ग-२, वसई-५ के साथ फर्जी बांधकाम परमिशन के आधार पर पंजीकृत विलेख संख्या ४५३६/२०२२ बनाकर, इस मामले में नगरपालिका द्वारा निष्कासन की कार्रवाई की थी,फ्लैटों को सील करने के बाद भी सील तोड़कर फ्लैटों को कब्जे के लिए दे रहे हैं,

उन्होंने नगरपालिका और फ्लैट खरीदने वाले नागरिकों को धोखा दिया है,प्र. सहायक आयुक्त गणेश पाटिल ने उक्त मामले में सभी दस्तावेजो कि जांच पड़ताल करने के बाद ९ फरवरी को विकासक/जमीन मालिक रुद्रांश रियल्टर्स विकासक/जमीन मालिक दिलीप कैलास बेनवंशी व अन्य्ा एक के ऊपर एफआईआर दर्ज करवाया है। पुलिस ने इन सभी आरोपियों पर कलम ४२०,४६५,४६७,४७१,३४ व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच किया जा रहा है।

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