महाराष्ट्र में अब ‘नाना-बाला’ के ‘चक्कर’ में बुरी तरह फंस गई कांग्रेस!, ‘राजस्थान रार पार्ट-2’ का आगाज…
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को खत लिखकर पद से इस्तीफा दे दिया. इससे एक दिन पहले ही थोराट के एक सहयोगी ने मीडिया को बताया था कि उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है कि वह महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के प्रति अपनी ‘नाराजगी’ के कारण उनके साथ काम नहीं कर सकते. थोराट ने कहा कि उन्होंने अपनी भावनाओं को आलाकमान तक पहुंचा दिया है. उनका आरोप था कि नाना पटोले की कार्यशैली के बारे में वरिष्ठ नेताओं को अंधेरे में रखा जाता है.
कांग्रेस के नेताओं के भीतर कई राज्यों में कलह लगातार बढ़ती जा रही है. राजस्थान में आगामी विधानसभा के चुनाव करीब आते जा रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच वर्चस्व का टकराव खत्म होता ही नहीं दिख रहा है. इसके कारण कई बार कांग्रेस आलाकमान को हस्तक्षेप भी करना पड़ा है. तब कहीं जाकर गहलोत और पायलट खेमे को एक साथ रखने में कांग्रेस आलाकमान को कामयाबी मिल सकी है.
मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ-दिग्विजय सिंह खेमे के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का मनमुटाव इस हद तक बढ़ा कि उन्होंने BJP में ही शामिल होना बेहतर समझा. छत्तीसगढ़ में भी सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच तनातनी की खबरें कई बार सामने आ चुकी हैं.
बहरहाल जनवरी 2018 में भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले नाना पटोले की कार्यशैली को लेकर नाराजगी पहले भी रही है, लेकिन यह पहली बार है जब किसी ने इसे सार्वजनिक किया है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पटोले के खिलाफ असंतोष बढ़ सकता है. क्योंकि पटोले पार्टी को एक साथ लेकर चलने के बजाय अकेले काम करने वाले नेता के रूप में देखे जाते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी दरकिनार किए जाने से उनके खिलाफ पार्टी के भीतर नाराजगी है.