Anand Mahindra के नेतृत्व वाली आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) ने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का सालभर का प्लान तैयार किया है. इसका ऐलान कंपनी के एमडी और सीईओ सीपी गुरनानी (CP Gurnani) ने किया है.
छंटनी के दौर में टेक महिंद्रा करेगी हजारों नई भर्तियां एक ओर मंदी (Recession) के बढ़ते खतरे के बीच दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में छंटनी (Layoff) के मामले सामने आए हैं. वहीं दूसरी ओर भारतीय कंपनियों में ताबड़तोड़ भर्तियों (Hiring) की तैयारी की जा रही है. एक ओर जहां Tata समूह की कंपनी ने 45,000 भर्तियां करने की तैयारी की है, तो वहीं Mahindra समूह की टेक कंपनी अपनी वर्कफोर्स में 20,000 लोगों को जोड़ने का प्लान बना रही है. एक साल में करेगी ये हायरिंग यहां बता दें कि टेक सेक्टर में कई बड़ी कंपनियों (Tech Sector Firms) पर मंदी के जोखिम का असर भी दिखाई दिया है. आजतक के सहयोगी चैनल बिजनेस टुडे के साथ बातचीत के दौरान महिंद्रा समूह की कंपनी Tech Mahindra के CEO सीपी गुरनानी ने कहा कि हम अगले एक साल में लगभग 20,000 लोगों को अपने साथ जोड़ेंगे. आज हमारे साथ 1,64,000 लोग काम कर रहे हैं, हम अब से 12 महीने में 1,84,000 लोगों की स्ट्रेंथ पर पहुंचेंगे.सितंबर में दिए थे इतने रोजगार टेक महिंद्रा कंपनी की ओर से हाल ही में घोषित तिमाही नतीजे (Tech Mahindra Q2 Results) जारी करते हुए बताया गया था कि सितंबर तिमाही में 5,877 नई भर्तियां की गई हैं. यह आंकड़ा जून तिमाही में 6,862 रहा था. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी में फिलहाल कुल 1,63,912 कर्मचारी काम कर रहे हैं. कंपनी में नौकरी छोड़ने की दर घटी रिपोर्ट के मुताबिक, जहां इस सेक्टर की अन्य कंपनियों में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर में इजाफा देखने को मिला है, वहीं टेक महिंद्रा में साल-दर-साल एट्रिशन रेट में गिरावट देखने को मिल रही है. कंपनी में नौकरी छोड़ने की दर पिछली तिमाही में 22 फीसदी थी, जो अब घटकर 20 फीसदी रह गई है. सीईओ ने कहा है कि हम भविष्य, स्किल डेवलपमेंट और ग्लोबल डिलिवरी मॉडल पर ध्यान केंद्रित करेंगे और इसी तरह रणनीति बनाने जा रहे हैं.टेक महिंद्रा का नेट प्रॉफिट घटा Tech Mahindra को दूसरी तिमाही में हालांकि, नेट प्रॉफिट में मामूली नुकसान उठाना पड़ा है. टेक महिंद्रा का समेकित शुद्ध लाभ साल-दर-साल आधार पर 4 फीसदी गिरकर 1,285 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, तिमाही के लिए परिचालन से समेकित रेवेन्यू 13,129.5 करोड़ रुपये रहा, जो क्रमिक रूप से 3.3 फीसदी और सालाना आधार पर 20.6 फीसदी था.