देश की राजधानी में शराब तस्करी का ऐसा मामला सामने आया है जिससे हर कोई हैरान है. दिल्ली से 6 दरवाजों में शराब की 2112 बोतलें छिपाकर तस्कर बिहार ले जा रहे थे. इस सनसनीखेज कालाबाजारी का वीडियो भी है.
दरवाजों में शराब छिपाकर तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इसका मतलब ये कि यहां शराब की बिक्री पर रोक है. लेकिन बिहार और आसपास के राज्यों के तस्कर यहां शराब की सप्लाई करने में जुटे रहते हैं. शराब की बिक्री पर रोक होने की वजह से इन तस्करों को मुंह मांगा पैसा मिलता है. जाम की इस कालाबाजारी में तस्कर तरह-तरह की तरकीबें अपनाते हैं. एक ऐसा ही मामला देश की राजधानी दिल्ली में सामने आया है. यहां पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जोकि दिल्ली से खरीदी गई शराब को बिहार में सप्लाई करता था. लेकिन इस बार तस्करों ने जिस तरकीब को अपनाया है उससे पुलिस भी हैरान है.दिल्ली से बिहार ले जाई जा रही थी शराब आउटर नॉर्थ जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम को शराब तस्करों के सक्रिय होने की सूचना मिली थी. पता चला था कि पंजाब ब्रांड की शराब की बोतलों को टेंपो में लादकर दिल्ली से बिहार ले जाया जा रहा है. आनन-फानन पुलिस की टीम एक्शन में आई और उस टेंपो की तलाश शुरू की गई. इसी बीच जनता फ्लैट सेक्टर-25 रोहिणी के पास वो टेंपो दिखी, जिसे पुलिस ने रोका. इसमें ड्राइवर रोशन और सर्वजीत सिंह बैठा हुआ था. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और टेंपो की जांच शुरू की गई. प्लाई नहीं वो शराब की ‘तिजोरी’ थी पुलिस ने देखा कि टेंपो में छह प्लाई(लकड़ी के दरवाजे) के अलावा कुछ भी नहीं था. तस्करों ने पुलिस को बरगलाने की पूरी कोशिश की. सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने जो सच उगला उससे पुलिस की टीम भी हैरान रह गई. जिसे सभी प्लाई समझ रहे थे वो शराब के लिए बनाई गई तिजोरी जैसी थी.6 प्लाई में छिपाई गई थीं 2112 बोतलें पुलिस ने छेनी और हथौड़े की मदद से उन 6 प्लाई को खुलवाया. इस दौरान रॉयल ग्रीन ब्रांड की व्हिस्की की कुल 2112 बोतलें मिली. पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो लंबे समय से बिहार में अवैध शराब की तस्करी कर रहे हैं.