मनसे प्रमुख ने एसटी कर्मियों से की आत्महत्या न करने की अपील
राज्य ट्रांसप्रॉपर (एसटी) निगम के श्रमिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में मुंबई में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरेके निवास कृष्णकुंज में जाकर उनकी शिकायतें उन्हें पेश कीं। इसे अच्छी तरह सुनने के बाद राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं को समर्थन देने का आश्वासन दिया और उनकी चिंताओं को समझा, हालांकि उन्होंने एक शर्त पेश करते हुए कहा कि कर्मचारियों को आत्महत्या नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एक लड़ाई है और इसे पूरी तरह से लड़ा जाना चाहिए और इस तरह से आधे रास्ते नहीं छोड़ा जाना चाहिए । एक शक्ति इकट्ठा करने और यह एक साथ लड़ना चाहिए और जो लोग आत्महत्या करने का नेतृत्व नहीं करना चाहिए, और इसलिए यह तुरंत रोकने की जरूरत है ।
मामले को समझने के बाद राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि वह राज्य सरकार से इस पर चर्चा करेंगे और फिर से उनसे मुलाकात करेंगे। खबरों के अनुसार, यह वार्ता लगभग 30 मिनट तक जारी रही, जिसके बाद मनसे नेता बाला नांदगांवकर ने मीडिया से बातचीत की और इसका ब्योरा साझा किया । उन्होंने बताया कि योजनाएं सरकार से तुरंत बात करने के लिए बनाई जा रही हैं, जहां खुद राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं पर ध्यान देकर इस समस्या के समाधान की पहल की है।
कहा जा रहा है कि कुल 28 यूनियनों ने हड़ताल का ऐलान किया है, ऐसे में यूनियनों को अलग छोड़कर एक लाख से अधिक कर्मचारी एकजुट हो गए हैं। एसटी कारपोरेशन और राज्य सरकार के विलय सहित विभिन्न मांगों को लेकर असंगठित लड़ाई लड़ी जा रही है। पहले साझा रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य सरकार को अदालत द्वारा 12 सप्ताह का समय दिया गया है और इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है । एसटी के कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे के साथ सारा ब्योरा साझा किया और पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि अगर सरकार निष्पक्ष फैसला लेती है तो हमें सरकारी अधिकारियों के लिए लागू किए गए लोगों की तरह 7वें वेतन आयोग को लागू करने की दिशा में काम करना चाहिए ।
इस बीच उद्धव ठाकरे की अपील के बावजूद राज्य सरकार के साथ निगम के विलय की मांग को लेकर एमएसआरटीसी कर्मचारियों की हड़ताल 15वें दिन भी जारी रही। बंबई उच्च न्यायालय ने भी कामगारों से जवाब मांगा है और रिपोर्ट के अनुसार 542 और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गयाहै। इसके साथ ही अब तक निलंबित किए गए कर्मचारियों की संख्या बढ़कर ९१८ हो गई ।
अभी तक सभी २५० डिपो बंद कर दिए गए हैं। एमएसआरटीसी कर्मचारी 27 अक्टूबर 2021 से हड़ताल पर हैं।