बच्चों को सुई के बिना टीका लगाया जाएगा
मुंबई में 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र व्यक्तियों के लिए पहले वैक्सीन के स्तर का अनुपात 99 प्रतिशत हो गया है और टीकाकरण का दूसरा स्तर 60 प्रतिशत हो गया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने ‘जाइकोव-डी’ कोरोना प्रतिरोधी वैक्सीन की राशि लेने का फैसला किया है। नगर निगम ने 12 साल से कम उम्र के करीब 10 लाख बच्चों के टीकाकरण की तैयारी कर ली है। नगर निगम द्वारा बच्चों के टीकाकरण की प्लानिंग की जा रही है। बच्चों को टीका लगाते समय सुइयों के इस्तेमाल से बचा जा सकेगा और इसके बदले जेट एप्लीकेटर्स का इस्तेमाल किया जाएगा ।
टीकाकरण के लिए 28 दिन के अंतराल पर तीन मात्रा दी जाएगी। केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार उन मामलों में से प्रत्येक पर 358 रुपये खर्च होंगे। साथ ही बच्चों के टीकाकरण को आसान बनाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर विशेष बूथ की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए नगर निगम के कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।
नगर निगम ने 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू किया है और मुंबईकरों ने इसमें व्यापक सहयोग किया है। राज्य सरकार, नगर निगम ने कई प्रतिबंधों को कम कर दिया है क्योंकि कोरोना वर्तमान में नियंत्रण में है। इसी तरह 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र व्यक्तियों के टीकाकरण के बाद बच्चों को टीका कब लगाया जाएगा, इसे लेकर जिज्ञासा है। इसके लिए निगम ने नायर अस्पताल में 2 से 18 वर्ष से अधिक आयु के 15 बच्चों का सफल परीक्षण किया है।
एनएमसी के टीकाकरण अभियान के माध्यम से कुल 1 करोड़ 42 लाख 62 हजार 513 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इसमें 88 लाख 98 हजार 758 पहली और 53 लाख 63 हजार 755 लोगों को दूसरी खुराक दी गई है।