उत्तर कोरिया ने पहले ट्रेन अब समुद्र से दागी मिसाइल, वीडियो जारी किया, चिंतित हुआ US
उत्तर कोरिया ने बुधवार को यह बात स्वीकार कर ली कि उसने पनडुब्बी से मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने रिपोर्ट जारी कर कहा, मिसाइल परीक्षण मंगलवार को किया गया। दो साल बाद इस तरह का कोई बड़ा मिसाइल परीक्षण किया गया है। इससे उसकी नौसेना की समुद्री युद्ध क्षमता बढ़ी है। खास बात यह है कि उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल पनडुब्बी से दागी है। उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण तब किया है जब इंडो पैसिफिक क्षेत्र और दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। इसके पूर्व उत्तर कोरिया ने ट्रेन से मिसाइल दाग कर पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था।
उत्तर कोरिया ने पांच साल पहले पहली एसएलबीएम का परीक्षण किया
नई मिसाइल में एडवांस कंट्रोल गाइडेंस टेक्नोलाजी का इस्तेमाल किया गया है। यह मिसाइल उसी पनडुब्बी से दागी गई, जिसका इस्तेमाल उत्तर कोरिया ने पांच साल पहले पहली एसएलबीएम के परीक्षण के लिए किया था। इस परीक्षण की तस्वीरें और वीडियो भी जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि जापान और दक्षिण कोरिया ने मंगलवार को दावा किया था कि उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी से मिसाइल का परीक्षण किया है। मिसाइल ने करीब 600 किमी का सफर तय कर लक्ष्य को भेदा। जापान ने इसे क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाला कदम करार दिया था।
उत्तर कोरिया ने ट्रेन से दागी मिसाल
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने लगातार मिसाइलों का परीक्षण करके हथियारों की दौड़ तेज कर दी है। इसके पूर्व उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है, उन्हें पहली बार ट्रेन को लांच पैड बनाकर दागा गया। इससे पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई थी। उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसके देश में ट्रेनों का नेटवर्क काफी मजबूत है। इन मिसाइलों के देश में कहीं भी ले जाने और ट्रेन से ही दागने की तकनीक से उनकी मारक क्षमता बढ़ेगी। सरकारी मीडिया ने बताया कि दोनों मिसाइलों के प्रक्षेपण को घने जंगल में बनी पटरी पर खड़ी एक ट्रेन से दागा गया था। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार मिसाइलों का परीक्षण रेलवे की मिसाइल रेजीमेंट के युद्धाभ्यास के दौरान किया गया है। अब इन मिसाइलों को आसानी से मध्य क्षेत्र की पहाड़ियों तक ले जाया जा सकेगा।
सियोल और वाशिंगटन पर दबाव डालने की बड़ी कोशिश
उत्तर कोरिया का यह परीक्षण सियोल और वाशिंगटन पर दबाव डालने की बड़ी कोशिश है। किम जोंग अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच साझा सैन्य अभ्यास और खुद पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को शत्रुतापूर्ण नीतियों की तरह देखता है। मिसाइल परीक्षण को लेकर उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी-कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने जानकारी दी कि हाल ही में किया गया परीक्षण देश की रक्षा प्रौद्योगिकी को उच्च स्तर पर रखने और पानी के भीतर नौसेना की अभियान क्षमता को बढ़ाने में बड़ा योगदान देगा।
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु वार्ता ठप
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु वार्ता दो साल से अधिक समय से रुकी हुई है। उत्तर कोरिया ने कई महीनों बाद सितंबर में अपने हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया है। उसने दक्षिण कोरिया को सशर्त शांति वार्ता का प्रस्ताव भी दिया था।