Akhand Jyoti in Navratri 2021: जानिए, नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने के लिए रखना चाहिए किन बातों का ध्यान
Akhand Jyoti in Navratri 2021: कलश स्थापना और मां शैलपुत्री के पूजन के साथ आज शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो गई है। नवरात्रि विशेष रूप से मां दुर्गा के व्रत और पूजन को समर्पित हैं। लोग नौ दिनों तक कलश स्थापना करके मां दुर्गा का पूजन करते हैं। ये नौ दिन व्रत, संयम, मंत्र जाप, हवन, पूजन के लिए विशेष माने जाते हैं। नवरात्रि में कलश स्थापना के साथ अखंड ज्योति जलाने का भी विधान है। मान्यता है कि नौ दिनों तक मां के दरबार में अखंड ज्योति जलाने से घर के सभी दुख, दारिद्र का नाश होता है तथा सुख और समृद्धि का आगमन होता है। लेकिन मां के दरबार में अखंड ज्योति जलाने के कुछ नियम भी हैं, जिनका ध्यान हमें जरूर रखना चाहिए….
1-अखंड ज्योति को कभी भी जमीन पर नहीं जलाना चाहिए। सबसे पहले जमीन पर एक लकड़ी की चौकी या पटरा रख कर, उस पर लाल रंग का आसन बिछाएं। अखंड ज्योति को उस पर स्थापित करें।
2- अखंड ज्योति नौ दिन तक बिना बुझे जलाने के लिए रूई की मोटी और लंबी बत्ती का प्रयोग करें।
3- नवरात्रि में अखंड ज्योति को गाय के शुद्ध घी से जलाना शुभ माना जाता है, लेकिन तिल के तेल से भी अखंड ज्योति जलाई जा सकती है।
4- अखंड ज्योति को विधि पूर्वक स्थापित कर के उस पर रोली से टीका लगाएं और उन्हें फूल और अक्षत अर्पित करें।
5- अखंड ज्योति की स्थापना करने के बाद घर को नौ दिनों तक खाली न छोड़े। एक न एक सदस्य घर में जरूर मौजूद रहे।
6- समय – समय पर अखंड ज्योति में घी या तेल जरूरत के हिसाब से डालते रहना चाहिए।
7- अखंड ज्योति को कभी भी गंदे हाथ से न छुएं, नहाने के बाद ही अखंड ज्योति में घी या तेल डालें।
8- अखंड ज्योति को पीठ न दिखाएं, पूजा करते समय अपना मुहं अखंड ज्योति की ओर ही रखें।
9- नवरात्रि की समाप्ति पर अखंड ज्योति को बुझाने की भूल न करें, उसे स्वयं ठंड़ा होने दें।