नवंबर का महीना… मुंबई में लोग पसीने से सराबोर
मुंबई : महाराष्ट्र के कई जिलों में जहां एक तरफ सर्दी का जोर बढ़ने लगा है, तो वहीं मुंबई में आधा नवंबर का महीना गुजर जाने के बाद भी यह कमजोर बना हुआ है। आलम यह है कि मुंबई में कामकाजी लोगों समेत सभी पसीने से सराबोर हो रहे हैं। मौसम विभाग द्वारा दी गई नवीनतम जानकारी के अनुसार, त्रिपुरा के तटीय क्षेत्र पर कम दबाव का क्षेत्र चिह्नित किया गया है। चक्रवात समुद्र तल से १.५ किमी ऊपर है।
दक्षिण- पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने इस चक्रवात का देश के मौसम पर असर पड़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, महाराष्ट्र में बारिश का अनुमान नहीं है, लेकिन पारा गिर सकता है। पुणे समेत पूरे राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि अगले २४ घंटों में मुंबई पुणे में न्यूनतम तापमान थोड़ा गिर जाएगा। इसके साथ ही नागपुर, अकोला, अमरावती, बुलढाणा, चंद्रपुर में सुबह और शाम को ठंड की तीव्रता बढ़ेगी और दोपहर में आसमान साफ रहेगा।
मुंबई मौसम विभाग की सुषमा नायर के मुताबिक, रविवार को जलगांव में सबसे कम १४ डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सबसे अधिक न्यूनतम तापमान मुंबई में २४ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह पुणे में १६.९, नासिक में १६.२, डहाणू में २०.६, बीड में १७.५ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी जिलों में न्यूनतम पारा १४ से लेकर २४ डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। मुंबई में पिछले कुछ हफ्तों से धुंध भरी सुबह हो रही है और आसमान में बादल छाए हुए हैं।
वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों के साथ ही अन्य रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में श्वसन रोग सहित अन्य रोगों वाले लगभग ६८.२ प्रतिशत मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने की नौबत आ रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, इस वायु प्रदूषण से न केवल सांस के मरीजों, बल्कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को भी खतरा है। ऐसे में इन्हें अधिक ख्याल रखने की जरूरत है।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण कोकण-गोवा और दक्षिण- मध्य महाराष्ट्र के जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। उत्तरी कोकण, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा जिलों में मुख्य रूप से धूप खिली रह सकती है। यह स्थिति अगले पांच दिनों तक बनी रहने की उम्मीद है। २४ और २५ नवंबर को दक्षिण कोकण, गोवा और दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों में ४०-५५ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। ऐसे में इस दौरान मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। दक्षिण-कोकण, गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।