पटाखा विक्रेताओं पर महानगरपालिका की पैनी नजर…
वसई : दिवाली का त्योहार बस 4 दिन दूर है इसलिए वसई-विरार मनपा प्रशासन ने पटाखा विक्रेताओं के साथ-साथ वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है. इसके लिए नागरिकों में जनजागरूकता पैदा की जा रही है। प्रशासन ने हरित उत्सव मनाने के लिए एक मिशन की योजना बनाई है जो पर्यावरण के अनुकूल है। विविसीएमसी आयुक्त अनिल कुमार पवार के निर्देश पर सुझाव एवं अपील की सूची घोषित की गयी है |
वसई विरार महानगरपालिका द्वारा माझी वसुन्धरा अभियान के तहत दिवाली का त्योहार पटाखों, कचरे और प्रदूषण से मुक्त मनाने के लिए पटाखों के उपयोग से वचना चाहिए। पर्यावरण अनुकूल, प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का मिशन शुरू किया गया है। साथ ही शहर में नागरिकों से भी प्रतिक्रिया की उम्मीद जताई गई है, वायु प्रदूषण जलवायु परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण कारण है। पटाखों में कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फर अधिक होता है।
जो जहरीली गैसें उत्सर्जित करते हैं, इन उत्सर्जनों से तापमान बढ़ता है। यह हवा, पौधों, पक्षियों, जानवरों के साथ-साथ मानव प्रजातियों को भी नुकसान पहुँचाता है वसई विरार महानगरपालिका नागरिकों से वायु प्रदूषण को रोकने के लिए खुद से शुरूआत करने की अपील कर रहा है।125 डीवी (एल) डेसिबल से अधिक शोर पैदा करने वाले पटाखों का निर्माण, विक्री या उपयोग निषिद्ध है।
चूंकि ऐसे पटाखों का उत्पादन, विक्री या उपयोग, भंडारण अवैध है, इसलिए महानगरपालिका ने विक्रेताओं को कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इसके लिए मनपा की टीम काम करेगी। इसलिए अगर आप पटाखे फोड़ रहे हैं या बेच रहे हैं तो सावधान रहें, अन्यथा नगर पालिका कार्रवाई कर सकती है। गणेशोत्सव, नवरात्रि उत्सव में नागरिकों के अच्छे प्रतिसाद के कारण इको- फ्रेंडली उत्सव मनाया गया माझी वसुन्धरा अभियान चलाया जा रहा है और दिवाली के दौरान डेसीबल नियमों का पालन किया जाना चाहिए, पटाखों की बिक्री जो प्रतिबंधित है उसका पालन कराया जाए। नागरिकों को त्योहार इस प्रकार मनाना चाहिए कि पर्यावरण खराब न हो। – डॉ. सागर घोलप, उपायुक्त, पर्यावरण विभाग