१० महीनों के भीतर ९१० में से केवल १२३ सड़कों का काम शुरू
मुंबई : मुंबई के ३९७ किमी की ९१० सीमेंट-कंक्रीट सड़कें बनाने का कार्य करने के लिए जनवरी २०२३ में मुंबई मनपा ने मिंधे सरकार के ‘पांच’ ठेकेदारों को कार्य आदेश दिया था, लेकिन १० महीनों के भीतर ९१० में से केवल १२३ सड़कों का काम शुरू हुआ है। शेष ७८७ सड़कों का काम शुरू नहीं हुआ है। इसलिए अब सवाल उठ रहे हैं कि मिंधे सरकार के आशीर्वाद से ६,००० करोड़ रुपए का सड़क ठेका पाने के बावजूद ये पांचों ठेकेदार वास्तव में क्या कर रहे हैं?
इस बीच दिसंबर २०२४ तक मुंबई की सड़कों को पूरी तरह से सीमेंट-कंक्रीट बनाने का वादा करने वाली ‘घाती’ सरकार एक बार फिर औंधे मुंह गिर गई है। मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने लिए सीमेंट-कंक्रीट सड़कें बनाने का आदेश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सितंबर २०२२ में दिया था। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद तुरंत निविदा प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश मनपा आयुक्त डॉ. इकबाल सिंह चहल द्वारा दिया गया।
मनपा सड़क विभाग ने सीमेंट-कंक्रीट की सड़कें बनाने के लिए ६,००० करोड़ रुपए के टेंडर मांगाए थे। इस निविदा प्रक्रिया में पांच ठेकेदार योग्य थे और १,९१० सीमेंट-कंक्रीट की सड़कों में से ३९७ किमी के लिए कार्य आदेश जनवरी २०२३ में प्रदान किया गया था। सड़कों का वर्क ऑर्डर मिलते ही पश्चिमी उपनगर और पूर्वी उपनगरों में काम शुरू हो गया, लेकिन मुंबई शहर में ठेकेदारों ने सीमेंट-कंक्रीट की सड़कों का काम शुरू नहीं किया है।
शासनादेश मिलने के बाद भी सड़कों का काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके बाद ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू की जाएगी, ऐसा मनपा प्रशासन की ओर से कहा गया है। पश्चिमी उपनगरों में कुल ९६ स्थानों पर कार्य प्रगति पर है।
८३ स्थानों पर वर्षा जल निकासी का कार्य प्रगति पर है और १३ स्थानों पर परिवहन मार्गों के लिए खुदाई की गई है। पूर्वी उपनगरों में २७ स्थानों पर काम चल रहा है। उनमें से १९ में वर्षा जल वाहिनी का कार्य प्रगति पर है। आठ स्थानों पर परिवहन मार्ग की खुदाई चल रही है और जल्द ही कंक्रीटिंग का काम शुरू किया जाएगा।