मनपा की शिक्षण नीति फेल? १२१ बच्चों ने स्कूल और शिक्षा को कहा अलविदा

ठाणे : ठाणे महानगरपालिका शिक्षा विभाग ने हाल ही में स्कूल न जाने वाले बच्चों को शिक्षा की धारा में लाने और उन्हें बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए एक सर्वेक्षण किया है। इस सर्वेक्षण ने ठाणे मनपा की पोल खोलकर रख दी है। इस सर्वेक्षण से पता चला है कि ठाणे मनपा क्षेत्र में १२१ ऐसव बच्चे हैं जिन्होंने स्कूल और शिक्षा को अलविदा कह दिया है।

वहीं इससे साफ पता चलता है कि ठाणे मनपा की शिक्षा नीतियां फेल साबित हो गई है। बता दें कि ठाणे महानगर पालिका के माध्यम से ६७ किंडरगार्टन अर्थात बालवाड़ी, ११७ प्राथमिक और २२ माध्यमिक विद्यालय चलाए जाते हैं। इन स्कूलों में कुल ३५ हजार छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में महानगर पालिका के स्कूलों में छात्रों की संख्या में गिरावट आई है।

अभिभावकों का आकर्षण अंग्रेजी स्कूलों की ओर बढ़ रहा है। इसके चलते महानगर पालिका ने अंग्रेजी माध्यम के स्कूल शुरू किए हैं। साथ ही महानगरपालिका ने इस साल के बजट में सीबीएसई स्कूल शुरू करने का प्रस्ताव रखा है और साथ ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा है।

अंग्रेजी स्कूल शुरू करने के साथ-साथ महानगर पालिका मराठी माध्यम स्कूलों को मजबूत करने पर जोर दे रही है। वहीं, ठाणे महानगरपालिका शिक्षा विभाग ने हाल ही में स्कूल न जाने वाले बच्चों को शिक्षा की धारा में लाने और उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक सर्वेक्षण शुरू किया था।

सर्वे में खुलाशा हुआ है कि १२१ बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। इनमें से ५५ बच्चे कभी स्कूल नहीं गए है और इसमें की संख्या सबसे ज्यादा यानी ३७ लड़कों का समावेश है। साथ ही यह भी पता चला है कि ६६ बच्चे एक महीने या उससे अधिक समय से अनियमित रूप से स्कूल जा रहे हैं और इसमें भी लड़कों की संख्या सबसे ज्यादा यानी ३५ है।

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