सड़क को गढ्ढा मुक्त करने की मुख्यमंत्री शिंदे की आशाओ पर ठेकेदारों ने फेरा पानी… मनपा ने शहर के ठेकेदार को दिया नोटिस

मुंबई : गढ्ढा मुक्त सड़क बनाने की योजना को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा पिछले साल जून महीने में दिया गया था। मनपा प्रशासन ने आनन्नि फानन में 600 करोड़ का ठेका भी निकाला। अब एक साल बीत जाने के बाद भी शहर विभाग के ठेकेदार ने अभी तक काम नहीं शुरू किया। मनपा रोड विभाग ने सड़क विभाग के ठेकेदार को 15 दिन का नोटिस दिया है कि तत्काल काम शुरू करे नहीं तो काम को रद्द कर दिया जायेगा।

ठेकेदार की लापरवाही से मुख्यमंत्री की मुंबई शहर की सड़को को गढ्ढा मुक्त करने की आशाओ पर पानी फिर गया है। बता दे कि पिछेल मानसून के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुंबई की सड़को को गढ्ढा मुक्त करने के लिए शहर की सड़को को सीमेंट कंक्रीट करने का निर्देश दिया था। मनपा प्रशासन ने 400 किमी सड़क को सीमेंट कंक्रीट करने का ठेका दिया था।

जिसमे शहर इलाके की 26 सड़के शामिल की गई थी। इस ठेकेदार को मनपा ने मानसून के दौरान भी नोटिस दिया था और मानसून में गढ्ढा नहीं भरने पर मनपा द्वारा गढ्ढा भरने पर उसकी भरपाई वसूलने का निर्देश दिया था। मनपा प्रशासन ने अब शहर के लिए जारी सीमेंट कंक्रीट (सीसी) सड़क के निर्माण के अनुबंध को समाप्त करने का फैसला किया है।

मनपा अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू ने जानकारी दी कि ठेकेदार को बार बार निर्देश देने के बावजूद कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रहा है इसके चलते उसे 15 दिन की नोटिस दी गई है। मनपा ने एमएस रोडवे सॉल्यूशंस इंडिया इंफ्रा लिमिटेड (आरएसआईएल) कंपनी को अपने नोटिस का जवाब 15 दिन में देने का निर्देश देते हुए पुछा है कि उसका अनुबंध क्यों समाप्त नहीं किया जाना चाहिए। आरएसआईएल उन पांच कंपनियों में से एक है, जिन्हें शहर भर में 6080 करोड़ रुपये, 400 किमी सीसी सड़क का ठेका मिला था।

शिंदे ने पिछले साल 23 जुलाई को मनपा को अगले दो वर्षों में सभी सड़कों को कंक्रीट करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि यह अगले दो वर्षों में मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की दिशा में एक प्रयास है। पूर्व कांग्रेस नगरसेवक और मनपा के पूर्व विपक्षी दल नेता रवि राजा ने मनपा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा की मनपा ने ठेकेदार चयन में स्पष्ट निरीक्षण नहीं किया।

कम्पनी की योग्यता किस जगह अपर काम किया उसकी जाँच अदि की जांचज किए बिना ठेका दिए जाने का कारण बताते हुए इसे मनपा की लापरवाही बताई और मनपा अतिरिक्त आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उन्होंने की। रविराजा ने कहा कि एक तरफ इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री ने मनपा के सीमेंट कंक्रीट कार्यों का उद्घाटन किया था, वहीं दूसरी तरफ, हम चयनित ठेकेदारों से काम शुरू नहीं करवा सके, जिससे पता चलता है कि मनपा कभी गुणवत्ता और कामो के दर्जे पर ध्यान नहीं दिया सिर्फ ठेकेदारों की जेब भरने का काम किया जिसका यह खमियाजा होने का आरोप लगाया।

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