मुंबई की रेव पार्टियों में बिकती थी ड्रग्स, इन पैसों से खरीदते थे गोल्ड… अरेस्ट आरोपियों का खुलासा
मुंबई: कुछ दिन पहले महाराष्ट्र में 300 करोड़ रुपये कीमत की 150 किलो एमडीएमए ड्रग्स बरामद की गई थी। उस केस में वॉन्टेड दो आरोपियों को महाराष्ट्र पुलिस और यूपी एसटीएफ ने एक जॉइंट ऑपरेशन में यूपी से गिरफ्तार किया है। आरोपी अभिषेक बालकवडे और भूषण पाटील नासिक के मूल निवासी हैं। उनके पास से पुलिस ने छह एटीएम कार्ड, कई मोबाइल फोन और कैश भी जब्त किया है। जांच में पता चला कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे।
महाराष्ट्र पुलिस के एसीपी सुनील तांबे और यूपी एसटीएफ के उप अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार साही की जांच मे सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी भूषण पाटील ड्रग माफिया ललित पाटील का छोटा भाई है और अभिषेक बालकवडे नामक आरोपी ललित पाटील के ड्रग्स नेटवर्क का मुख्य प्रबंधक है। आरोपियों ने जांच अधिकारियों को बताया कि वह साल, 2014 से पब बार व रेव पार्टियों में प्रयोग की जाने वाली प्रतिबंधित एमपीडीए ड्रग्स का निर्माण कर रहे थे।
इस काम के लिए पहले औरंगाबाद में, फिर पुणे व नासिक में इन आरोपियों द्वारा कारखाना बनाया गया था। साल 2020 में ललित पाटील के गिरफ्तार होने के बाद ललित के ही इशारे पर उसके भाई भूषण पाटील व प्रबंधक अभिषेक बालकवडे द्वारा पूरे गिरोह की कमान संभाल ली गई।
150 किलो एमडी ड्रग की रिकवरी
यूपी एसटीएफ द्वारा जारी बयान के मुताबिक, विगत 4 अगस्त को मुंबई में 150 किलो एमडी ड्रग की रिकवरी में ललित पाटील व अन्य गिरोह के सदस्यों के नाम सामने आने के बाद भूषण पाटील और अभिषेक द्वारा साजिश करके ललित पाटील को पुलिस हिरासत से फरार करवा दिया गया। पता चला है कि ललित पुणे के एक सरकारी अस्पताल से कुछ दिन पहले भागा था।
ड्रग्स की कमाई से गोल्ड खरीदते थे
आरोंपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें एमडीएमए ड्रग्स बनाने के लिए कच्चा माल नासिक जिले के शिवजी शिंदे द्वारा दिया जाता था। आरोपी एक किलो एमडीएमए ड्रग्स ललित के तय खरीदारों को डेढ़ करोड़ रुपये प्रति किलो के मूल्य से बेचते थे। ड्रग्स से कमाई गई रकम को मुंबई के अभिजीत नामक जूलर से गोल्ड में कनवर्ट करवा लेते थे।