एकतरफा प्यार… बच्ची का अपहरण

मुंबई : अनजान लोगों से जान-पहचान बढ़ाना किस कदर सिरदर्द साबित हो सकता है, इसे प्रमाणित करनेवाली घटना दक्षिण मुंबई स्थित कमाठीपुरा इलाके से सामने आई है। जहां रहनेवाले दंपति की साढे पांच वर्ष की बच्ची ५ सितंबर को लापता हो गई थी। उसे दंपति का एक परिचित शख्स अपने साथ अगवा करके ले गया था। आरोपी युवक बच्ची की २८ वर्षीया मां से एकतरफा प्यार करता था, उसने शर्त रखी थी कि बच्ची की मां उससे विवाह करेगी तो ही वह बच्ची को रिहा करेगा।

बता दें कि मूलरूप से पश्चिम बंगाल का निवासी मौनिष अपनी २८ वर्षीया पत्नी बापी (दोनों काल्पनिक नाम) और साढे ५ साल की बेटी के साथ नागपाड़ा स्थित कमाठीपुरा गली नंबर- १२ में रहता है। मजदूरी करके गुजर-बसर करनेवाले उक्त दंपति की करीब ७ महीने पहले प. बंगाल के ही एक अन्य मजदूर रोतीन घोष से जान-पहचान हुई थी। कुछ ही दिनों में रोतीन ने मौनिष के परिवार से घनिष्ठता बढ़ा ली।

इसकी वजह ये थी कि वह मौनिष की पत्नी बापी से एकतरफा प्यार करता था। उसने कई बार मौका देखकर बापी के समक्ष अपने प्यार का इजहार करने का प्रयास किया लेकिन बापी के तरफ से प्रतिसाद नहीं मिला। नतीजतन गुस्साया रोतीन ५ सितंबर को मौनिष और बापी की बेटी को घुमाने के बहाने घर से ले गया लेकिन वापस नहीं लौटा। बताया जा रहा है कि जब बापी ने रोतीन से संपर्क किया तो उसने बापी से कहा कि यदि तुम्हें तुम्हारी बच्ची चाहिए तो मुझसे शादी करो।

अपनी बच्ची के अपहरण और उसकी रिहाई के लिए रोतीन की शर्त सुनकर बापी को झटका लगा। बापी ने रोतीन द्वारा अपनी बच्ची के अपहरण की शिकायत तुरंत नागपाड़ा पुलिस थाने में दर्ज करा दी। सिरफिरे आशिक की उक्त हरकत को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी अकबर पठान व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेशकुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में नागपाड़ा पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की।

पीआई सचिन कदम के नेतृत्व में जांच कर रही पीआई किरण चौगुले, एपीआई सोमनाथ काले आदि की टीम ने रोतीन के मोबाइल की लोकेशन जांची तो उसके इगतपुरी इलाके में सफर करने की जानकारी हासिल हुई। इससे पुलिस ने अनुमान लगाया की आरोपी ट्रेन में सफर कर रहा होगा। नागपाड़ा पुलिस ने तुरंत इसकी सूचना इगतपुरी रेलवे पुलिस को दी, जिसके बाद रेलवे पुलिस ने उस दौरान इगतपुरी रेलवे स्टेशन पहुंची और अमृतसर व हावडा एक्सप्रेस को खंगाला लेकिन रोतीन या बच्ची का कोई सुराग हाथ नहीं लगा।

हार मानने के बजाय नागपाड़ा पुलिस ने नए सिरे से तकनीकी जानकारियों का विश्लेषण किया और अनुमान लगाया कि रोतीन बच्ची को लेकर शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन से कोलकाता जा रहा होगा। उस दौरान ट्रेन और रोतीन के मोबाइल की लोकेशन चालीसगांव-जलगांव के बीच दिखाई दी। लेकिन जलगांव में शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन में रोतीन व बच्ची फिर नहीं मिले। दोबारा से तकनीकी जांच करने पर रोतीन के मोबाइल और शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन की लोकेशन एक बार फिर साथ दिखी।

इससे पुलिस को यकीन हो गया कि रोतीन और बच्ची शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन में ही हैं तथा स्टेशन आने पर रोतीन ट्रेन के शौचालय में छिप जाता होगा। अत: नागपाड़ा पुलिस की सूचना पर बुलढ़ाणा रेलवे पुलिस ने शालीमार एक्सप्रेस ट्रेन को बुलढाणा में खंगाला और रोतीन रेलवे पुलिस के हाथ लग गया। पुलिस ने रोतीन के दबोच कर बच्ची को सकुशल मुक्त करा लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.