क्या किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेगी वीवीएमसी !

हफ्तेभर में गड्डों के चलते दो दर्जन से अधिक लोग हुए घायल… वसई-विरार की सड़कों पर जगह-जगह हो गए हैं गड्ढे

वसई: वसई-विरार में सड़कों पर हुए गड्डों ने वसई-विरार मनपा (वीवीएमसी) के विकास कार्यों के तमाम दावों की पोल खोल दी है। मनपा अधिकारियों की लापरवाही के चलते सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और वारिश से पहले तो ये भरे ही नहीं गए, वारिश के दौरान भी इन पर ध्यान नहीं दिया गया।

इसी का नतीज्ञा है कि वसई-विरार की सड़कों पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में गड़ों में गिरने से दो दर्जन से अधिक वाइक सवार घायल हुए हैं। इनमें से कुछ लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। करोड़ों रुपये का वजट होने के वाद भी मनपा अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रे हैं। वता दें कि वसई-विरार की मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों की सड़कों पर पहले से ही गड्ढे थे, जो वारिश के दौरान और बढ़ गए।

गड्डी से भरी सडकों पर वाहन चलाना वड़ा मुश्किल हो गया है। लोगों को दस मिनट की दूरी तय करने में एक घंटे का समय लग रहा है। यहाँ से गुजरने वाले वाइक सवार रोजाना हादसों का शिकार हो रे हैं। एक हफ्ते में यहां दो दर्जन से अधिक वाइक सवार चोटिल हो चुके हैं।

वसई निवासी परेश मधुकर गोहिल ने वताया कि वह पिछले हफ्ते सड़क पर पैदल चल रहे थे, तभी उनका पैर स्लिप होने से गह्ठे में गिरे और उनके पैर में गंभीर चोटें आईं हैं। उनके पैर में 15 टंके लगाए गए हैं। गोहिल ने मनपा आयुक्त से मांग की है कि गड़े तुरंत भरे जाएं, ताकि लोग हादसों का शिकार न हों। इसी दर न वतव कि के झने वाले विश्वधर दुबे ने वताया कि गत शुक्रवार के वह के वेस्ट से ईस्ट में आ रहे थे। पानी जमा होने की वजह से उन्हें का पता नहीं चला और उनका पैर फ्रैक्चर हो गया।

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