मुख्यमंत्री शिंदे ने कमिश्नर चहल को जल्द से जल्द गड्ढे भरने को कहा…

मुंबई: महानगर में सड़कों के गड्ढे भरने के लिए बीएमसी नई-नई तकनीक अपना रही है, लेकिन अब तक अपनी योजना में बीएमसी सफल नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सड़कों के गड्ढों की लगातार आ रही शिकायत के बाद बीएमसी कमिश्नर आई़ एस़ चहल को आदेश दिया है कि जल्द से जल्द गड्ढे भरे जाएं।

बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, चहल ने सीएम से वादा किया है कि एक सप्ताह के भीतर सड़कों के गड्ढे भर दिए जाएंगे। वहीं रविवार को पश्चिम उपनगर में सड़कों के गड्ढों का जायजा लेने गए उपनगर के पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने सोमवार को इस मुद्दे पर बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त (प्रॉजेक्ट) पी़ वेलरासू से मुलाकात की। लोढ़ा ने भी सड़कों के गड्ढों की वजह से नागरिकों को हो रही परेशानी से अवगत कराया और जल्द से जल्द गड्ढे भरने के निर्देश दिए।

गड्‌ढे भरने के लिए 24 वॉर्डों में स्पेशल टीम
मुख्यमंत्री शिंदे ने कमिश्नर चहल को साफ निर्देश दिया कि गड्ढों के कारण यातायात प्रभावित नहीं होना चाहिए। बीएमसी प्रशासन को मुंबई में सड़कों को गड्‌ढा मुक्त करने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाए। सीएम के निर्देश के बाद बीएमसी प्रशासन हरकत में आ गया।

वेलरासू ने आदेश दिया कि सड़कों के गड्ढे भरने के लिए सभी 24 वॉर्डों में टीम बनाई जाए। प्रत्येक वॉर्ड में असिस्टेंट कमिश्नर गड्ढे भरने के काम के दौरान नोडल ऑफिसर के रूप में कार्य करेंगे। डिविजनल रोड इंजिनियर और एग्जिक्यूटिव इंजिनियर काम रिपोर्ट देंगे। दिन में गड्ढे की जानकारी हासिल कर रात में गड्‌ढे भरे जाएंगे। स्पेशल टीम तैयार करके गड्ढे भरे जाएंगे।
इन सेकंडरी इंजिनियरों की देखरेख में मैस्टिक रैपिड हार्डनिंग कंक्रीट विधि से गड्ढे भरे जाएंगे।

लगातार बारिश के कारण बने गड्ढों को भरने में वॉर्ड लेवल पर मंजूर धनराशि का पूरा उपयोग किया जाए। गड्ढों को भरने के लिए रैपिड हार्डनिंग कंक्रीट, कोल्ड मिक्स और मैस्टिक में से जो भी टिकाऊ हो, उसका उपयोग किया जाए। वेलरासू ने कहा कि मुंबई में पूर्व और पश्चिम उपनगरों में गड्ढों की शिकायतें मुख्य रूप से प्रॉजेक्ट रोड से संबंधित हैं। ऐसी सड़कों के रखरखाव में गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

एमएमआरडीए, एमएसआरडीसी और पीडब्ल्यूडी जैसे विभिन्न प्राधिकरणों के समन्वय से सड़कों पर गड्ढों को भरने के उपाय किए जाने चाहिए। हालांकि, बीएमसी ने खुद माना है कि अप्रैल से जुलाई के बीच 6000 से गड्‌ढे भरे गए हैं। सड़कों पर गड्ढों को भरने के लिए बीएमसी ने 125 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। गड्ढों की बढ़ती शिकायत के बाद बीएमसी ने कुछ ठेकेदारों पर 6 करोड़ रुपये से अधिक का दंड भी लगाया है।

रवि राजा ने ट्वीट कर उठाए सवाल
बीएमसी में पूर्व नेता विपक्ष रवि राज ने बीएमसी द्वारा सड़कों के भरे जा रहे गड्ढों के तरीकों पर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बीएमसी जो गड्ढे भर रही है, वह सड़कों के लेवल में नहीं हैं। कई जगह चैंबर या मैनहोल के आसपास गड्ढे भरते समय बीएमसी कंक्रीट की ऊंचाई ज्यादा कर दे रही है। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। गड्ढे भरते समय बीएमसी को सड़कों के लेवल का विशेष ध्यान देना चाहिए।

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